10 नवंबर तक प्रशासन संतोषजनक परिणाम नहीं देता है और अगर एक जगह भी गड़बड़ हुई तो उसका परिणाम गलत होगा, हरीश रावत की प्रशासन को चेतावनी
हरिद्वार। तीन दिन से बहादराबाद थाने में चल रहा कांग्रेसियों का धरना डीएम और एसएसपी के आश्वासन के बाद देर रात समाप्त हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत धरने से उठ गए। हरीश रावत ने दावा किया है कि पुलिस और प्रशासन की ओर से आश्वस्त किया गया है, कि जो भी गलत धाराएं मुकदमे में लगाई हुई है, उन्हें हटाया जाएगा। धरना समाप्त होने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए हरीश रावत ने कहा कि 10 नवंबर तक यदि आश्वासन के मुताबिक काम नहीं हुआ तो कांग्रेसी बड़ा आंदोलन करेंगे। इसका फैसला जल्द लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार एसएसपी के आवास या डीएम कार्यालय अथवा नेशनल हाईवे पर धरना प्रदर्शन करना है। हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेसी पांच साल लड़ने के लिए तैयार रहें। उधर जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने बताया कि निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया गया है। हरीश रावत ने कहा कि जिलाधिकारी और एसएसपी के समक्ष सभी बातें रखी हैं। अधिकारियों को जितना निष्पक्ष होना चाहिए, अधिकारी निष्पक्षता नहीं करके खुद का नुकसान कर रहे हैं। हरीश रावत ने कहा कि इस बात को क्या समझा जाए कि पुलिस किसी से सुपारी लेकर काम कर रही है। उन्होंने पुलिस कप्तान से कहा कि जिस तरह कार्यकर्ताओं के बच्चों को प्रताड़ित किया जा रहा है, उसको बंद किया जाए। हरीश रावत ने कहा कि उदलहैड़ी से लालढांग तक जितने भी गलत मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उनकी क्रिमिनल धाराएं हटाई जाए। हरीश रावत ने कहा कि गरमागरमी की जगह गरमागरमी वाली धाराएं ही लगनी चाहिए थी, ना कि जबरदस्ती सिर फोड़ने की। उन्होंने कहा कि अगर 10 नवंबर तक विधिवत रूप से पुलिस ने सही कार्य नहीं किया, तो कांग्रेस तय करेगी कि डीएम और एसएसपी कार्यालय और थाने या किसी राजमार्ग पर बैठना है। उन्होंने कहा कि अगर कार्यकर्ता एक स्थान पर नहीं आए, तो फिर यह प्रशासन कार्यकर्ताओं पर हावी हो जाएगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि पांच साल तक लट्ठ खाने के लिए तैयार रहें। हरीश रावत ने कहा कि अगर एक दूसरे के साथ कांग्रेसी खड़े नहीं होंगे तो जो हालत अब हुई है, आगामी समय में उससे बदतर हालात हो सकती है। उन्होंने कहा कि 10 नवंबर तक इसी मुद्दे पर प्रशासन संतोषजनक परिणाम नहीं देता है और अगर एक जगह भी गड़बड़ हुई तो उसका परिणाम गलत होगा। वार्ता के दौरान विधायक अनुपमा रावत,विधायक रवि बहादुर,विधायक फुरकान अहमद, पूर्व नगरपालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, अशोक शर्मा,जसवंत चौहान, राजबीर सिंह समेत अन्य नेता मौजूद रहे।