ताजा खबर: हरिद्वार जनपद की खास खबरें

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संविधान दिवस पर जिलाधिकारी ने दिलाई संविधान के मूल्यों की रक्षा की शपथ

हरिद्वार। भारतीय संविधान की वर्षगांठ के अवसर पर जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने रोशनाबाद कलेक्ट्रेट प्रांगण में संविधान के मूल्यों की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि हमें संविधान में निहित भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। कहा कि 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया था, जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि आमजन नागरिकों के बीच संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। कहा कि सभी के लिए समान नागरिकता और स्वतंत्रता की व्यवस्था की गई है। वहीं जनपद के सभी विभागीय अध्यक्षों ने अपने-अपने कार्यालयों के अधीनस्थ अधिकारियों कर्मचारियों को संविधान की शपथ दिलाई। इस अवसर पर एडीएम प्रशासन बीर सिंह बुदियाल,एडीएम वित्त पी.एल.शाह,एसडीएम बृजेश तिवारी, व्यक्तिक सहायक सुदेश कुमार एवं कलेक्ट्रेट के समस्त अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

प्राधिकरण की टीम ने दो अवैध निर्माण को किया सील

८९हरिद्वार। हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष सह जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के निर्देश पर विकास प्राधिकरण द्वारा लगातार कई अवैध सम्पत्तियों को सील करने, अवैध निर्माण को ढहाने तथा अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त करने की कार्रवाई जारी है। कारवाई के सिलसिले को जारी रखते हुए टीम ने शनिवार को भी अवैध निर्माण,कालोनी को सील करने की कार्रवाई की। हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण सचिव उत्तम सिंह चौहान ने बताया कि शिवालिक नगर स्थित दो प्रतिष्ठानों-एक कृष्ण पाल सिंह और विवेक कुमार द्वारा शिवालिक नगर मुख्य मार्ग प्लॉट नंबर-डी-27 तथा दूसरा धनवंतरी के नाम का है,जो मुख्य मार्ग शिवालिक नगर प्लॉट नंबर डी-59 पर स्थित है, को विकास प्राधिकरण द्वारा सील किया गया। जिलाधिकारी,उपाध्यक्ष एचआरडीए ने कहा है कि भविष्य में जो भी अवैध अवैध निर्माण आदि में लिप्त पाये जायेगे,के खिलाफ नियमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी।

युवाओं का नाम मतदाता सूची में दर्ज करने के लिए दो दिन चलाये विशेष अभियान

हरिद्वार। भारत निर्वाचन आयोग व राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशो के क्रम में विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों में पुनरीक्षण अवधि के दौरान 18 वर्ष की आयु के सभी युवाओं के नाम निर्वाचक नामावली में सम्मिलित किये जाने संबंधी तैयारियों को लेकर अपर जिलाधिकारी प्रशासन पीएल शाह ने अधिकारियों की बैठक ली। जनपद हरिद्वार हेतु 18 वर्ष आयुवर्ग के सम्भावित 42196 युवाओं के नाम निर्वाचक नामावली में सम्मिलित किये जाने का लक्ष्य है। जिसके सापेक्ष अतिथि तक केवल 1783 (4.23ः) युवाओं के प्रारूप-6 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा एकत्र किये गये हैं। उन्होंने कार्यप्रगति की धीमी गति पर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि रेखीय विभाग आपसी समन्वय के कार्य करते हुए समय से लक्ष्य प्राप्त करें। अपर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 03 व 04 दिसम्बर (शनिवार एवं रविवार) को विशेष अभियान चलाकर युवाओं से प्रारूप-6 भरवाकर प्राप्त करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप सम्भावित मतदाताओं के अन्तर्गत 18-19 आयुवर्ग के नामांकन को प्रोत्साहित करने एवं बढाने के लिए निरंतर प्रयास जारी रखे। कहा कि 18-19 आयुवर्ग के सम्भावित निर्वाचकों में अधिकांश हिस्सा शैक्षिक संस्थानों का है, इसलिए आयोग युवा सम्भावित मतदाताओं के पंजीकरण में शिक्षण संस्थानों की सक्रिय भागीदारी से अधिक से अधिक संख्या में युवा मतदाताओं के पंजीकरण के लक्ष्य को प्राप्त किया जाना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद के समस्त इण्टर कॉलेजध्तकनीकी शिक्षण संस्थान एवं अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में विशेष कैम्प लगाकर समस्त अर्ह युवाओं के प्रारूप-6 भरकर प्राप्त करें। इस हेतु समस्त निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी अपने क्षेत्रान्तर्गत अवस्थित समस्त इण्टर कॉलेज/तकनीकी शिक्षण संस्थान एवं अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों के प्राचार्यध् प्रधानाचार्यों से सम्पर्क कर एक समर्पित ए.ई.आर.ओ. की निगरानी में टीम गठित कर 29 नवम्बर 2022 से तिथिवार कार्यक्रम निर्धारित कर तदनुसार सभी अर्ह युवाओं के प्रारूप-6 भरकर प्राप्त कर लें।अपर जिलाधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रमानुसार फोटोयुक्त विधान सभा निर्वाचक नामावलियों का 01 जनवरी, 2023 की अर्हता तिथि के आधार पर 09 नवम्बर, को आलेख्य प्रकाशन किया जा चुका है। जबकि 09 नवम्बर से 08 दिसम्बर तक बी.एल.ओ. द्वारा दावे आपत्तियां प्राप्त की जायेंगी। एसडीएम वैभव गुप्ता, अपर पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार डीपीआरओ अतुल प्रताप, जिला समाज कल्याण अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल तहसीलदार रेखा आर्य व दयाराम आदि उपस्थित थे।

मदरसों को कमजोर करने की नीयत से अनर्गल बयानबाजी करने पर आमादा-मौलाना आरिफ

हरिद्वार। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के तहत आने वाले मदरसों में अत्याधुनिक शिक्षा का समावेश करते हुए मदरसों के छात्र छात्राओं के लिए ड्रेस कोड एवं एनसीईआरटी की किताबें लागू कराने के आदेशों का पालन कराने के लिए मदरसा प्रबंधक जुट गए हैं। मदरसा दारुल उलूम रशीदिया ईदगाह के प्रबंधक मौलाना आरिफ ने कहा कि सियासत करने वाले काम कम करते हैं। बयानबाजी अधिक करते हैं। मदरसों को कमजोर करने की नीयत से कुछ लोग अनर्गल बयानबाजी करने पर आमादा हैं। मदरसे में अच्छी तालीम छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराई जा रही है। अंग्रेजी, गणित, हिंदी, संस्कृत आदि विषयों पर आधारित शिक्षा को मदरसे के बच्चे हासिल कर रहे हैं। अच्छी शिक्षा छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य का निर्माण करती है। मदरसे में पूर्व से ही ड्रेस कोड लागू है। बालक सफेद कुर्ता पाजामा एवं बालिकाएं सलवार कमीज पहनकर मदरसे में पढ़ते हैं। ड्रेस कोड लागू करना ठीक है। छात्र-छात्राओं में अनुशासन यूनिफॉर्म से ही दिखाई देता है। एक हजार से अधिक बच्चे अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, संस्कृत एवं अन्य अत्याधुनिक विषयों की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। ड्रेस कोड से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन सियासत करने वाले मदरसों की पोजीशन खराब करने के उद्देश्य से अनर्गल बयानबाजी से बाज नहीं आते हैं। अच्छी शिक्षा प्राप्त कर मदरसे के बच्चे राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी निभाएंगे। पुराने समय से ही मदरसों में शिक्षा दी जा रही है। देश सेवा, देश भक्ति, अपने मुल्क से मोहब्बत करने की शिक्षा छात्र छात्राओं को दी जाती है। अध्यापक साजिद हसन ने कहा कि एनसीईआरटी की किताबों को मदरसे में लागू कराया गया है। एनसीईआरटी के अनुसार सभी विषय शिक्षकों द्वारा पढ़ाए जाते हैं। शिक्षा छात्र छात्राओं के जीवन को तरक्की की ओर ले जाती है। समान रूप से शिक्षा के अवसर सभी को प्राप्त होने चाहिए। अत्याधुनिक शिक्षा का समावेश मदरसों में किया जा रहा है। शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी मदरसे में आयोजित किए जाते हैं। पर्यावरण संरक्षण के प्रति छात्र छात्राओं को जागरूक किया जाता है। बालक बालिकाएं मदरसे में बेहतर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। वक्फ बोर्ड के निर्देशों का पालन भी किया जा रहा है।

लोगों ने विधायक से की नाला निर्माण कराने की मांग

हरिद्वार। ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र की शिव विहार कॉलोनी के निवासियों ने विधायक रवि बहादुर को समस्याओं से अवगत कराते हुए समाधान कराने की मांग की है। विधायक कैंप कार्यालय पहुंचे कालोनीवासी पारुल चौहान, रुचि,राजेश्वरी,विनीता,नवीन ध्यानी,राजेश कुमार, मुन्ना कुरेशी आदि ने बताया कि कॉलोनी में पिछले कई वर्षो से जलभराव की समस्या बनी हुई है। जिस कारण से बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व विधायक और अधिकारीयों को अवगत कराने के बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ। लोगों ने मांग की कि कॉलोनी में एक नाले का निर्माण करके उसे मुख्य मार्ग से जोड़ा जाए जिससे समस्या दूर हो सकती है। दो महीने पहले भी इस संबंध में प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन कार्य शुरू नहीं हुआ। दूषित पानी की निकासी नहीं होने से सारा पानी सड़क और खाली प्लॉटों में भर जाता है। खाली प्लाटों में भरे पानी में मच्छर पनप रहे हैं। जिससे संक्रमक रोग फैलने का खतरा बना हुआ है। विधायक रवि बहादुर ने कहा कि उन्होंने मौके पर जाकर समस्या का संज्ञान लिया था। समस्या को देखते हुए नाले का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा दिया गया है। जल्द ही नाले का निर्माण शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता ने विकास कार्य कराने के लिए उन्हें विधायक बनाया है। विधानसभा क्षेत्र की सभी कालोनियों में विकास कार्य कराए जाएंगे। इस अवसर पर पारुल चौहान,रुचि,राजेश्वरी,विनीता,मंजू,पुष्पा,श्रद्धा,किरन,सोबिता राय ,मुकेश,शालू,आरती,नीलम, ममता,नवीन ध्यानी, राजेश कुमार,मुन्ना कुरेशी,हिमांशु शेखर, सचिन, सुमित, अशोक कुमार,राजेश आदि शामिल रहे।

एसएमजेएन कालेज के छात्र छात्राओं ने ली संविधान की शपथ

हरिद्वार। संविधान दिवस के अवसर पर एसएमजेएन कालेज के छात्र छात्राओं ने संविधान की शपथ ली। कालेज के प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा ने छात्र छात्राओं को संविधान की शपथ दिलाते हुए कहा कि भारतीय संविधान का प्रकाशन देहरादून में हुआ था एवं भारतीय संविधान हाथ से लिख कर हिंदी अंग्रेजी भाषा में कैलिग्राफ किया गया था, इसे टाइप या प्रिंटिंग नहीं किया गया। डा.बत्रा ने कहा कि संविधान केवल किताब नहीं है बल्कि यह राष्ट्र का जीवन दर्शन है। उन्होंने मौलिक अधिकारों पर चर्चा करते हुए कहा कि मौलिक अधिकार निर्बाध नहीं है। राज्य मौलिक अधिकारों पर युक्ति युक्त नियंत्रण एवं प्रतिबंध लगा सकता है। भारतीय संविधान विश्व का सर्वश्रेष्ठ संविधान है। इसमें राज्य की शक्ति एवं नागरिकों के अधिकारों के मध्य एक अनोखा संतुलन स्थापित किया गया है। मौलिक अधिकार और संविधान वह ढांचा है जो मनुष्य को विकास और सुरक्षा प्रदान करता है। विधानसभा मेजॉरिटी के चलते नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन ना कर पाए इसलिए मौलिक अधिकारों की सुरक्षा का जिम्मा न्यायपालिका को दिया गया है। उन्होंने सामाजिक समानता के अनुच्छेद 15 के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि सार्वजनिक स्थल पार्क सिनेमा आदि सभी धर्म एवं संप्रदाय के नागरिकों के लिए समान रूप से खुले हुए हैं। जाति धर्म भाषा के आधार पर किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता। देश का सर्वोच्च कानून संविधान है और इसकी रक्षा की जिम्मेदारी सर्वोच्च न्यायालय की है। विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेस की आजादी पर डा.बत्रा ने कहा कि संविधान में प्रत्येक नागरिक को अपने विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एवं प्रेस को अपने विचारों को अभिव्यक्त करने की आजादी है। कार्यक्रम का संचालन करतें हुए डा.संजय कुमार माहेश्वरी ने छात्र छात्राओं को संविधान की विकास यात्रा को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि संविधान किसी भी देश के लिए आक्सीजन का कार्य करता है। संविधान में अनुच्छेद 32 संवैधानिक मूल अधिकारों की गारंटी नागरिकों को प्रदान करता है। इस अवसर पर डा.जेसी आर्य,डा.एस के चौहान,अंकित अग्रवाल,श्रीमती रिचा मनोचा, डा.लता शर्मा,श्रीमती रिंकल गोयल,डा.पद्मावती तनेजा,नेहा गुप्ता,दीपिका आनंद,प्रज्ञा जोशी, दिव्यांश,वैभव बत्रा,पूर्णिमा सुंदरियाल,एमसी पांडे,वेदप्रकाश चौहान,आलोक शर्मा,दिव्यांश,रश्मि डोभाल,डा.विनीता चौहान,अन्तिम त्यागी,डा.रुचिता सक्सेना,मीनाक्षी शर्मा,पल्लवी शर्मा आदि मौजूद रहे।