जोशीमठ: आपदा प्रभावित लोगों के लिए कम्बल, खाद्य सामग्री तथा दैनिक उपयोग की वस्तुओं को भेजने में हरिद्वार की संस्थाएं-अधिकारी प्रदेश में अव्वल

Listen to this article

पंतजलि ने जोशीमठ के आपदा प्रभावितों के लिए भेजी राहत सामग्री

योगगुरू स्वामी रामदेव ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना की राहत सामग्री
हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ के तत्वाधान में स्वामी रामदेव ने जोशीमठ में आपदा प्रभावित लोगों के लिए कम्बल, खाद्य सामग्री तथा दैनिक उपयोग की वस्तुओं के ट्रक रवाना किए। कनखल स्थित दिव्य योग मंदिर से राहत सामग्री रवाना करते हुए स्वामी रामदेव ने कहा कि जोशीमठ में आई आपदा में लोगों की जिन्दगी भर की कमाई, व्यापार, घर-बार, पूंजी सब नष्ट हो गया है। सैकड़ों परिवार बेघर हो गए हैं। पतंजलि योगपीठ उत्तराखण्ड व देश की बहुत ही संवेदनशील संस्था है। हमने विगत 30 वर्षों में सेवा साधना की है। आपदा की इस घड़ी में मानवीय राहत के तौर पर आपदा पीड़ितों के लिए 2000 कम्बल,खाद्य सामग्री तथा दैनिक उपयोग की वस्तु साबुन, शैम्पू, टूथपेस्ट आदि भेजे गए हैं। स्वामी रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखण्ड के प्रति बहुत लगाव रहा है। आदि शंकराचार्य द्वारा जोशीमठ में निर्मित प्रथम मठ आज विषम परिस्थितियों में है। वहाँ रह रहे लोगों का आशियाना छिन गया। आगे उनके जीवन का क्या होगा? उनके बच्चे कहाँ पढ़ेंगे? इस पर सरकार को पूरी कार्य योजना बनानी चाहिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस मुद्दे पर संवेदनशील हैं। आदि शंकराचार्य की तपस्थली के लिए सरकार जो भी निर्णय करेगी, वे पूर्ण आश्वस्त हैं कि वह सही दिशा में होगा। स्वामी रामदेव ने आह्वान किया कि सरकार के साथ-साथ गैर सरकारी संस्थानों, ट्रस्टों व आश्रमों को भी इसमें बढ़-चढ़कर मदद करनी चाहिए। उत्तराखण्ड के पर्वतीय इलाकों में निर्माण कार्य को लेकर उन्होंने कहा कि चार धाम 12 महीने खुले रहें, उसके लिए निर्माण कार्य में नियमों व प्रावधानों का पालन होना चाहिए। यदि इस कार्य से कहीं आपदा आ रही है या लोगों के जीवन को संकट हो रहा है तो प्रोजेक्ट कर रही कंपनियों या राज्य सरकारों को ऐसा प्रावधान करना चाहिए कि लोगों का जीवन संकट में न पड़े। इस अवसर पर भारत स्वाभिमान के मुख्य केन्द्रीय प्रभारी भाई राकेश कुमार तथा श्री ऋषि आर्य उपस्थित रहे।

जोशीमठ आपदा प्रभावितों के लिए जिलाधिकारी ने राहत साम्रगी से भरे पांच ट्रकों को किया रवाना

हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने मंगलवार को भल्ला इण्टर कॉलेज ग्राउण्ड से जनपद चमोली के अन्तर्गत जोशीमठ क्षेत्र में भू-धंसाव से उत्पन्न हुई आपदा की स्थिति के दृष्टिगत हरिद्वार प्रशासन, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, विभिन्न कम्पनियों की ओर से जोशीमठ के भू-धंसाव प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से राहत सामग्री-राशन-फूड पैकेट, कम्बल आदि को पांच ट्रकों के माध्यम से पहली खेप को जोशीमठ के लिये हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि वे लगातार चमोली के जिलाधिकारी के सम्पर्क में हैं। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में जैसी आवश्यकतायें होंगी, उसी अनुसार जिस किसी भी सामग्री की जरूरत होगी, कम से कम समय में यहां से भेजी जायेगी, जिसके लिये हरिद्वार प्रशासन निरन्तर सक्रिय है। उन्होंने बताया कि जिन पांच ट्रकों के माध्यम से जो सामग्री भेजी जा रही है, उनमें 2560 कम्बल, 1000 फूड पैकेट(जिसमें-पांच किलो चावल, पांच किलो आटा, दो किलो दाल, एक लीटर सरसों का तेल, एक किलो नमक, मिर्च, हल्दी, चायपत्ती, चीनी, माचिस, मोमबत्ती आदि शामिल हैं) प्रमुख हैं। श्री पाण्डेय ने यह भी बताया कि धार्मिक, सामाजिक संगठनों एवं विभिन्न कम्पनियों आदि के सहयोग से आने वाले दिनों में कम्बल तथा राशन के किट सहित अन्य सामग्री भू-धंसाव प्रभावित लोगों को उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि जो सामग्री आज प्रेषित की जा रही है स्वामी कैलाशानन्द महाराज,डॉ0 प्रणव पाण्ड्या शान्तिकुंज, पंजाबी महासभा, बिल्डर सतीश त्यागी आदि ने अपना भरपूर सहयोग प्रदान किया। इस मौके पर जिलाधिकारी को श्रीमंशादेवी ट्रस्ट एवं अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महन्त रविन्द्र पुरी की ओर से श्रीमंशादेवी ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल शर्मा ने छह लाख तीस हजार का चेक भू-धंसाव प्रभावित लोगों की मदद के लिये भेंट किया तथा जिलाधिकारी ने कम से कम समय में सभी के द्वारा मदद उपलब्ध कराये जाने पर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन,संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की अभिनव शाह,एमएनए दयानन्द सरस्वती, एसडीएम पूरण सिंह राणा,आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा कैन्तुरा तहसीलदार सुश्री रेखा आर्य,प्रधानाचार्य भल्ला इण्टर कॉलेज ओ0पी0 गोनियाल सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।

सिडकुल की कंपनियों ने जोशीमठ आपदा प्रभावितों के लिए भेजे कंबल

हरिद्वार। जोशीमठ आपदा के प्रभावितों की मदद के लिए सिडकुल की कंपनियां भी आगे आयी हैं। आपदा प्रभावितों के लिए सिडकुल स्थित कंज प्रॉडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड यूनिट ने 120 व एक्वा स्टार स्टार हेल्थ केयर ने 50 उच्च गुणवत्ता वाले कंबल आपदा प्रभावितों की मदद के लिए आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय का सौंपे। कंज के प्रबंध निदेशक प्रबंधक निदेशक और सिडकुल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण सारस्वत ने बताया कि सिडकुल की समस्त औद्योगिक इकाइयां समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के प्रति प्रतिबद्ध हैं। इसी कड़ी में जोशीमठ आपदा प्रभावितों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाते हुए कंज और एक्वा स्टार हेल्थ केयर की और से 170 कंबल आपदा प्राधिकरण कार्यालय को सौंपें गए। जिन्हें जोशीमठ में आपदा प्रभावितों को वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गंभीर स्थिति का सामना कर रहे जोशीमठ के लोगों की मदद के लिए सभी को आगे आना चाहिए।

अखण्ड भारत शक्तिपीठ ट्रस्ट करेगा जोशीमठ आपदा प्रभावितों की सहायता-साध्वी विचित्र रचना

हरिद्वार। अखण्ड भारत शक्तिपीठ ट्रस्ट की अध्यक्ष कथाव्यास विचित्र रचना ने सभी से जोशीमठ में जमीन धंसने से प्रभावित हुए परिवारों की मदद के लिए आगे आने का आह्वान किया है। अपील करते हुए साध्वी विचित्र रचना ने कहा कि भीषण सर्दी के मौसम में घर से बेघर हो चुके जोशीमठ के लोगों को कंबल, गर्म, कपड़े, खाने का सामान आदि की आवश्यकता है। सभी साधन संपन्न लोगों को जोशीमठ आपदा प्रभावितों की यथासंभव मदद के लिए आगे आना चाहिए। सरकार के साथ आम लोगों को भी जोशीमद के लोगों का सहयोग करना चाहिए। साध्वी विचित्र रचना ने कहा कि 17 जनवरी के बाद अखण्ड भारत शक्तिपीठ ट्रस्ट की और से जोशीमठ के लिए राहत सामग्री रवाना की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी इसमें सहयोग करना चाहते हैं। ट्रस्ट के माध्यम से आपदा प्रभावितों की मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज जोशीमठ को जिस स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। उससे साफ है कि प्रकृति के साथ तालमेल बनाकर चलना ही हितकर है। इसलिए सभी को प्रकृति के संरक्षण संवर्द्धन में अपना योगदान करना चाहिए। उन्होने लोगों से आहवान किया कि आपदा प्रभावितों के लिए आगे आकर मदद के लिए हाथ बढ़ायें।

बीइंग भगीरथ मिशन ने जोशीमठ भेजी राहत सामग्री

हरिद्वार। बीइंग भगीरथ मिशन द्वारा जोशीमठ में हो रहे भू धँसाव के आपदा प्रभावितों के लिए हरिद्वार से राहत सामग्री इकट्ठा कर जोशीमठ के लिए रवाना की। रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी विशुद्धानन्द महाराज व मेडिकल सुपरिटेंडेंट स्वामी दयाधीपानंद महाराज ने हरी झंडी दिखाकर राहत सामग्री को रवाना किया। रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी श्रद्धानंद अरज ने बताया कि यह बीइंग भगीरथ मिशन का प्रयास सराहनीय हैं और समाज में कहीं भी किसी भी आपदा में बीइंग भगीरथ मिशन निरंतर अपनी सेवाएँ देता रहता है। बीइंग भगीरथ मिशन के अध्यक्ष शिखर पालिवाल ने कहा कि यह राहत सामग्री चमोली जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी और आने वाले समय में यदि और आवश्यकता होगी तो संस्था की ओर से यह प्रयास जारी रहेगा। उन्होंने बताया की राहत सामग्री में स्वामी दिव्य प्रकाश नारायण घाट, शुभम विश्नोई,भाविका,विदुशी,संतोष साहू,उर्वशी शिखर पालीवाल,पंडित मनोज शर्मा, होशियार सिंह, अरविंद पालीवाल, गौरव कपूर, सुमित कपूर, दीपक टंडन ने सहयोग दिया।

आपदा प्रभावितों की मदद में सरकार का सहयोग करेगा संत समाज-श्रीमहंत रविन्द्रपुरी

हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने जोशीमठ में जमीन धंसने की घटना को अत्यन्त गंभीर बताते हुए कहा कि जोशीमठ आपदा अनियोजित विकास का परिणाम है। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड भारत की आध्यात्मिक राजधानी है। जिसमें बद्रीनाथ धाम का अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है। जोशीमठ में हो रहा भूधंसाव पिछले 15 वर्षो से जारी अनियोजित निर्माण कार्यो का नतीजा है। संत समाज द्वारा इस संबंध में कई बार सरकारों को चेताया गया। लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि 2010 के कुंभ में भी संत समाज ने परियोजनाओं का विरोध किया था। संत समाज ने कहा था कि बड़ी परियोजनाओं पर रोक लगायी जाए, केवल छोटी परियोजनाएं चलायी जाएं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रभावितों की हर प्रकार से मदद करे। आपदा की इस घड़ी में संत समाज आपदा प्रभावितों के साथ है। अखाड़ा परिषद और संत समाज अपनी और से प्रभावितों की यशासंभव मदद करेगा। सरकार भी अपनी और से प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं पूरी स्थिति पर नजर रख रहे हैं। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी एवं अखिल भारतीय संत समिति के प्रदेश अध्यक्ष महंत जसविन्दर सिंह ने कहा कि जोशीमठ आपदा को लेकर केंद्र व राज्य सरकार लगातार सक्रिय है। सरकार की और से पीड़ितों की मदद की जा रही है। संत समाज भी सरकार व आपदा प्रभावितों के साथ सहयोग करने को तत्पर है। उन्होंने कहा कि सरकार को आपदा के कारणों पर विचार करना और रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए। इस अवसर पर संत जरनैल सिंह, महंत खेमसिंह, महंत सूर्यमोहन गिरी, महंत कृष्णानन्द, महंत अमनदीप सिंह, महंत गोविंददास, महंत रघुवीर दास, महंत सूरज दास, संत सुरजीत सिंह सहित कई संत महंतों ने संकट की इस घड़ी में सरकार को पूरा सहयोग देने की अपील की।