श्रीगंगा सभा के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने किया गंगापूजन
हरिद्वार। श्री गंगा सभा के हाल में ही संपन्न हुए चुनाव में विजय हुए तीनों पदाधिकारियों सभापति कृष्ण कुमार शर्मा, अध्यक्ष नितिन गौतम तथा महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने हर की पैड़ी पर मां गंगा का पूजन एवं अभिषेक किया। इस दौरान तीनों पदाधिकारियों ने कहा कि मां गंगा ने हमें अपनी सेवा के लिए चुना है। इस तीर्थ की गरिमा और मर्यादा को सुरक्षित रखने के लिए हम सब संकल्पबद्व है। श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने कहा कि श्रीगंगा सभा पिछले 106 वर्षों से अधिक समय से तीर्थनगरी में आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए कार्य करते हुए तीर्थ की मर्यादा को बनाए रखने तथा गंगा की पवित्रता को अविरल बनाये रखने का कार्य करेगी। इस अवसर पर शैलेंद्र त्रिपाठी, अखिलेश शिवपुरी, सिद्धार्थ, गोपाल प्रधान, वीरेंद्र कौशिक, शैलेश मोहन, आशीष मारवाड़ी, वैभव विद्याकुल, पंकज अधिकारी, अवधेश मिश्रा, कौशिक विकास प्रधान, संदीप शास्त्री, देवेंद्र पटुवर, अनुराग झा, अवधेश मिश्रा, आयुष ठेकेदार, जितेंद्र शास्त्री, अजय प्रधान, संदीप प्रधान, अरुण श्रोत्रिय, शिवकुमार बेगमपुरी, बृजमोहन सरैया, प्रवीण अरविंद अधिकारी, सचिन गौतम, पुनीत त्रिपाठी, पार्षद नितिन माना,राहुल सेठ, शुभम त्रिपाठी, नीरज उपाध्याय, अनमोल, बाबूराम मिश्रा, आवेश तुंबरिया, विवेक पाराशर, नितिन दीवाल, देशवीर चकलान, अवधेश गोस्वामी, डॉ प्रशांत पालीवाल आदि मौजूद रहे। श्री गंगा सभा चुनाव आयोग के अध्यक्ष अश्विनी जगता एवं सदस्य विकास सुखन राजा ने भी तीनों पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी।
नेताजी की जीवनी और कठोर त्याग आज के युवाओं के लिए है प्रेरणास्त्रोत: डाॅ. बत्रा
हरिद्वार। एस.एम.जे.एन.पी.जी.काॅलेज में आज ‘नेताजी सुभाष चन्द्र बोस’ की 127वीं जयन्ती के अवसर पर सर्वप्रथम काॅलेज में निर्मित शौर्य दीवार पर देश के वीर शहीदों को नमन कर छात्र-छात्राओं को रक्तदान करने की शपथ दिलायी गयी। काॅलेज के प्राचार्य डाॅ.सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि जय हिन्द का राष्ट्रीय नारा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वारा दिया गया, जोकि आज प्रत्येक देशप्रेमी की जुबान पर है। उन्होंने बताया कि नेता जी ने देश की आजादी हेतु आह्वान किया था कि तुम मुझे रक्त दो मै तुम्हें आजादी दूंगा। डाॅ. बत्रा ने नेता जी के जीवन-यात्रा को छात्राओं तक प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत करते हुए बताया कि किस प्रकार नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने अंग्रेजी शासन के विरूद्ध स्वतंत्रता संग्राम बढ़ाकर ‘आजाद हिन्द फौज’ का गठन किया। डाॅ. बत्रा ने कहा कि नेताजी की जीवनी और कठोर त्याग आज के युवाओं के लिए बेहद ही प्रेरणाश्रोत हैं।अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कहा कि नेता जी सुभाष चन्द्र बोस एक व्यक्तित्व के रूप में विविध आयामी थे तथा राष्ट्र को विकसित व आधुनिक दिशा-निर्देश उनके द्वारा दिये गये। इस अवसर पर डाॅ जे सी आर्य,डाॅ विजय शर्मा,डाॅ. मनमोहन गुप्ता, डाॅ.तेजवीर सिंह तोमर,डाॅ.जगदीश चन्द्र आर्य,डाॅ. मनोज कुमार सोही,डाॅ.शिव कुमार चैहान, वैभव बत्रा, अंकित अग्रवाल, डाॅ.सरोज शर्मा, डाॅ.मोना शर्मा, डाॅ. लता शर्मा, डाॅ.आशा शर्मा,डाॅ.विनीता चैहान,डाॅ.पूर्णिमा सुन्दरियाल,डाॅ.प्रज्ञा जोशी,विनीत सक्सेना, प्रिंस श्रोत्रिय, मोहन चन्द्र पाण्डेय, डाॅ रुचिता सक्सेना,अंतिमा त्यागी,डाॅ रेणु सिंह,डाॅ रश्मि डोभाल,शाहीन,डाॅ पल्लवी,दिव्यांश शर्मा,पदमावती तनेजा, दीपिका आनंद, महिमा नागयान आदि शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी, तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राऐ उपस्थित थे।
गुडविल सोसाइटी ऑफ इंडिया ने बेवीनाॅर के जरिए दी नेताजी बोस को श्रद्वांजलि
हरिद्वार। इंटरनेशनल गुडविल सोसाइटी ऑफ इंडिया हरिद्वार चैप्टर एवं भारत विकास परिषद मंदाकिनी शाखा हरिद्वार द्वारा सुभाष चंद्र जयंती पर वेबीनार आयोजित किया गया। इंजी0 मधुसूदन आर्य ने वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जब भी हम सुभाष चंद्र बोस का नाम सुनते हैं,तो सबसे पहले हमारे दिमाग में सुभाष चंद्र बोस का नारा-‘‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा‘‘याद आता है। नेताजी के नाम से मशहूर सुभाष चंद्र बोस एक महान स्वतंत्रता सेनानी और सच्चे देशभक्त थे। डॉक्टर सुनील बत्रा ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस हमारे देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक हैं। इतिहास में सुभाष चंद्र बोस जैसे देशभक्त व्यक्ति बहुत कम ही देखने को मिलते हैं। सुभाष चंद्र बोस एक ऐसे देशभक्त थे, जो सेनापति, वीर सैनिक, कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ ही एक कुशल नेतृत्वकर्ता भी थे। उन्होंने अपना जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया,जो हम सब के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत रहेगा। प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि भारत देश का आजादी होने में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का अहम योगदान है। उन्होंने अपने क्रांतिकारी कार्यों के तहत भारत में आजादी के ज्वलंत नेतृत्व की भावना बनाये रखा था। उनके द्वारा बनाये गये आजाद हिंद फौज ने देश के विभिन्न हिस्सों को अंग्रेजी हुकूमत से मुक्त कराने का महत्वपूर्ण प्रयास किया था। नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, लाला लाजपतराय, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद आदि जैसे प्रमुख क्रांतिकारियों में से एक थे। जगदीश लाल पाहवा उपाध्यक्ष ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस देश के आजादी के लिए अपना सब कुछ त्याग कर अपने देश से दूर रहते हुए निर्वासन की जिंदगी बिताई। उनके द्वारा राष्ट्र हित में किये गये इन्हीं कार्यों के लिए आज भी देश के जनता द्वारा उन्हें याद करते है। डॉ विशाल गर्ग ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। नेतृत्व की क्षमता के कारण ही उन्हें नेताजी की उपाधि दी गई थी। हम सभी को उनके सम्मान में पराक्रम दिवस मनाना चाहिए और उनके जीवन के आदर्शों की प्रेरणा लेनी चाहिए। रेखा नेगी ने कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस का व्यक्तित्व बेहद प्रभावी है। बच्चों को उनसे काफी कुछ सीखने को मिलता है। उनके बताए मार्ग को बच्चों को अपनाना चाहिए। सुभाष चंद्र बोस एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिनकी भारत की स्वतंत्रता में भूमिका महत्वपूर्ण है। इस वेबिनार में डॉ अश्वनी चैहान,नीलम रावत, राम मेहर सिंह, अंकुर गोयल, हेमंत सिंह नेगी, डॉ पंकज कौशिक, कुलभूषण शर्मा, मयंक पोखरियाल,सुरेश चंद गुप्ता,डॉ मनीषा दीक्षित, डॉक्टर पीके शर्मा, सतीश अग्रवाल,महेंद्र आहूजा,सर्वेश गुप्ता, विनोद कुमार मित्तल, एसएस राणा, डॉक्टर अरुण पाठक, एडवोकेट प्रशांत राजपूत, डॉक्टर नरेश,डॉ पवन सिंह,विश्वास सक्सेना,गोपाल शर्मा,डॉ अतर सिंह सहित स्थानीय वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लि
वसंत की दस्तक पर दीपशिखा की काव्य गोष्ठी
हरिद्वार। ऋतुराज वसंत के आगमन की दस्तक और भारतीय गणतंत्र दिवस की 73वीं वर्षगांठ के निमित्त दीपशिखा साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच ने अपनी अध्यक्षा डा. मीरा भारद्वाज के राजलोक विहार स्थित निवास पर एक सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन किया। देर शाम तक चली इस गोष्ठी में नगर के अनेक लोकप्रिय कवियों ने अपनी काव्य छटा बिखेरी। कवि गोष्ठी का संचालन डा. सुशील कुमार त्यागी ‘अमित‘ ने किया और अध्यक्षता डा. मीरा भारद्वाज ने की। वाग्धीश्वरी माँ वीणापाणि की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलन तथा पुष्पार्चन के बाद सुश्री वृंदा शर्मा की वाणी वंदना से प्रारम्भ हुई इस गोष्ठी में मदन सिंह यादव ने ‘धरती का फूलों से हो गया श्रृंगार,मौसम में आई बसंत की बहार‘कह कर ऋतुराज का स्वागत किया तो वरिष्ठतम कवि पं. ज्वाला प्रसाद शांडिल्य ‘दिव्य‘ ने ‘झूम उठी है मेदिनी फूला हर श्रृंगार, तन-मन प्रफुल्लित ओर चहुँ, मुदिता हुई अपार‘ के साथ वासंती वातावरण का महिमा मंडन किया। डा. मीरा भारद्वाज ने ‘श्रद्धा सुमन करें अर्पण, राष्ट्रभक्ति का भाग जगाएं, आओ मिल गणतंत्र मनाए‘ सुना कर भारतीय गणतन्त्र को नमन किया, डा.सुशील कुमार त्यागी ‘अमित‘ ने‘बेड़ी की पायल पैरों, और तोंक गले के हार मिले, थी फिक्र किस तरह भारत को, आजादी का उपहार मिले‘ के साथ भारत के स्वाधीनता सेनानियों को याद किया तो ‘मुक्ति फौज की गाथा बाचूँ देश प्रेम की तान में, आओ अनुपम गीत सुनाऊँ वीर बोस की शान में‘ के साथ नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। कवि महेश भट्ट ‘उत्प्रेरक‘ ने ‘राष्ट्रप्रेम का आराधन तन मन धन से करना होगा राष्ट्रप्रेम की धाराओं का सिंचन करना ही होगा‘ के साथ राष्ट्र प्रेम का आह्वान किया। युवा कवियित्री श्रीमती कंचन प्रभा गौतम ने ‘कंठ में मेरे जो भी ईश्वर है, वह तेरा ही है वरदान, यह जग सूना मूक-बधिर सा, जो न होता तेरा ज्ञान‘ के साथ स्वर-देवी माता सरस्वती के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की,तो कवि अरुण कुमार पाठक ने ‘मानव जीवन कुछ भी नहीं ये सपनों का संसार है, कदम कदम पर सपने बुनना इसका कारोबार है‘ सुना कर संसार में मानवीय नियति के दर्शन को सामने रखा। ‘जिन्दगी को देखा तो मैं जिन्दगी से मिल गयी, शर्माई सकुचाई सी, हर कली खिल गयी‘ प्रस्तुत करके वासंती बयार का असर डा. कल्पना कुशवाहा ‘सुभाषिनी‘ ने बयाँ किया,तो उधर साधुराम ‘पल्ल्व‘ ने भी ‘उषा की तरुण किरण तुम मन को भाती हो,जब नित्य सवेरे अलसाई सी छत पर आती हो‘ के साथ जाड़े में चढ़ती धूप का स्वागत किया।
कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं ने नेताजी सुभाषचंद बोस की मूर्ति पर किया पुष्पांजलि
हरिद्वार। महानगर कांग्रेस कमेटी हरिद्वार के तत्वावधान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती सुभाष घाट स्थित कार्यालय में आयोजित की गई। सर्वप्रथम नेताजी की प्रतिमा पर फूल मालाएं अर्पित की गई तथा सभी ने पुष्पांजलि अर्पित की। गोष्ठी में महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वाधीनता संग्राम के अग्रणी तथा बड़े नेता थे। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजो के खिलाफ लड़ने के लिए उन्होंने जापान के सहयोग से आजाद हिंद फौज का गठन किया था। उनका दिया गया जय हिंद का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है।तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा भी सुभाष चंद्र बोस का था। क्योकि उस समय देश को सेना के लिए खून की बहुत जरूरत थी।यह नारा बहुत प्रचलित हुआ। भारत में आज भी लोग नेता जी के नाम से जानते हैं। युवा विधानसभा अध्यक्ष तुषार कपिल व महामंत्री शुभम जोशी ने कहा कि जब नेताजी ने जापान और जर्मनी के सहायता लेने का प्रयास किया तो ब्रिटिश सरकार ने अपने गुप्तचरों को 1941 में उन्हें हटाने का आदेश दे दिया था। नेताजी ने 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हॉल के सामने सुप्रीम कमांडर के रूप में सेना को संबोधित करते हुए दिल्ली चलो का नारा दिया और जापानी सेना के साथ मिलकर ब्रिटिश व कामनवेल्थ सेना से वर्मा इम्फालऔर कोहिमा में एक साथ जमकर मोर्चा लिया।और अग्रेजो की नींद उड़ा दी थी। सुभाष चंद जी की 18 अगस्त 1945 में एक विमान हादसे में नेताजी की मृत्यु हुई। भारत को आजादी दिलाने में नेता जी काबहुत बड़ा योगदान रहा है जो कभी भुलाया नहीं जा सकता। कार्यक्रम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को पुष्पांजलि दी गई। कार्यक्रम में आशीष शर्मा, ओम प्रकाश शर्मा,रवि ठाकुर,निखिल सौदाई, कार्तिक शर्मा,इंद्र कुमार गौड़ आदि अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
छठ पर्व पर प्रशासनिक सहयोग के लिए आम आदमी पार्टी ने सौंपा डीएम को पत्र
हरिद्वार। कांवड़ पर्व की तर्ज पर छठ पर्व की व्यवस्था में प्रशासनिक सहयोग को लेकर आम आदमी पार्टी, पूर्वांचल प्रकोष्ठ, उत्तराखंड के अध्यक्ष प्रशांत राय ने सोमवार को डीएम विनय शंकर पाण्डेय से उनके आवास कार्यक्रम पर भेंटवार्ता कर पत्र सौंपा। जिस पर कार्रवाई के लिए डीएम ने पत्र को एचआरडीए सचिव के पास अग्रप्रेषित कर दिया। इस मौके पर ही प्रशांत राय ने कहा कि छठ पर्व के दौरान डीएम ने पूर्वांचलवासियों को छठ की व्यवस्था में प्रशासनिक सहयोग का आश्वासन दिया था। इस संदर्भ में प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए भी बुलाया था। लेकिन डीएम महोदय की व्यस्तता के चलते मुलाकात संभव नहीं हो सकी। इसी क्रम में सोमवार को वार्ता उपरांत उन्हें आवास कार्यालय पर भेंट करने का अवसर मिला। मुलाकात के दौरान डीएम को मांग पत्र सौंपकर उनका वादा याद दिलाया। पत्र पढ़कर डीएम विनय शंकर पाण्डेय ने सकारात्मक भूमिका निभाते हुए कार्रवाई के एचआरडीए सचिव के पास भेज दिया। वहीं हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण के सचिव उत्तम सिंह चैहान ने भी अपने अधीनस्थों को कार्रवाई के लिए निर्देश जारी कर दिया। प्रशांत राय ने कहा कि पूर्वांचल समाज की मांग के अनुसार छठ पर्व पर हरिद्वार के समस्त छठ घाटों पर सफाई, प्रकाश, यातायात सहित अन्य व्यवस्थाओं में प्रशासनिक सहयोग के लिए डीएम विनय शंकर पाण्डेय, एचआरडीए सचिव से भेंट वार्ता कर पत्र सौंपा दिया है। आने वाली छठ पूजा में निश्चित पूर्वांचल वासियों को सैनिक सहयोग का लाभ मिलने जा रहा है। इस मौके पर आम आदमी पार्टी पूर्वांचल प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश शर्मा, जिला अध्यक्ष गुलाब यादव, सचिव प्रमोद यादव सहित अन्य सदस्य मौजूद रहें।
समाज के सहयोग से शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव किया जा सकते हैःः दिनेश चंद्र शास्त्री
कॉलोनी वासियों ने समाजसेवियों के सहयोग से प्राथमिक विद्यालय का किया जीर्णोद्धार
हरिद्वार। समाज के सहयोग से शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव किये जा सकते हैं। यह बात उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश चंद्र शास्त्री ने कही। उन्होंने कहा कि देश के सभी बच्चों को अच्छी और संस्कार देने वाली शिक्षा मिलनी चाहिए। समाज चाहे तो अपने नौनिहालों की इस आवश्यकता की पूर्ति सरकार पर आश्रित हुए बिना कर सकता है। प्रो0 शास्त्री विष्णु गार्डन स्थित गाँधी आश्रम के राजकीय प्राथमिक विद्यालय नंबर 22 के भवन के हस्तान्तरण के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। भवन का जीर्णोद्धार वहाँ के निवासियों के सहयोग से लाखों रुपये खर्च करके किया गया था। उन्होंने विद्यालय कार्य में सहयोग करने वाले सभी समाजसेवियों का शाल ओढ़ाकर सम्मान किया। विद्यालय की शिक्षिकाओं से उन्होंने कहा कि उन्हें शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के संस्कार पर ध्यान देना चाहिए। कार्यक्रम के अध्यक्ष पद से बोलते हुए एसएमजेएन(पीजी) कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर सुनील कुमार बत्रा ने इस शुभकार्य में योग देने के लिए कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. शिव शंकर जायसवाल तथा उनकी टीम में शामिल विष्णु गार्डन निवासियों को साधुवाद दिया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि टीम के संरक्षण में विद्यालय निरंतर प्रगति करेगा। डॉ. जायसवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय में कराये गए निर्माण कार्यों का ब्योरा प्रस्तुत किया। उन्होंने मोहल्ले द्वारा विद्यालय को गोद लिए जाने की घोषणा भी की।इस अवसर पर बच्चों ने सुन्दर गीत एवं नृत्य आदि का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाध्यापिका रेशू वर्मा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन मनोज गहतोड़ी ने किया. शिक्षा विभाग की अधिकारी रमा वैश,सभासद परमजीत सिंह गिल,राकेश चंद्रा,सुभाष मेहता, मन मोहन चोपड़ा,हरिबाबू अग्रवाल,अजय गुप्ता,ज्ञानेश अग्रवाल,पुनीत सोबती,ललित चैहान, दीपाली शर्मा,कल्पना चंद्रा,माया चैहान, आनंद चैहान, विद्यालय की शिक्षिकायें माला गिल तथा अनिता सेंगर सहित अनेक गणमान्य नागरिक आदि उपस्थित रहे।
यमराज ने किया चाईनीज माझे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक
हरिद्वार। दुर्घटनाओं का सबब बने चाईनीज मांझे की बिक्री पर रोक लगाने तथा तथा आम लोगों को जागरूक करने के लिए श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के नेतृत्व में अनूठा अभियान चलाया गया। अभियान के तहत यमराज खुद सड़कों पर उतरे और शहर के कई थानों, कोतवालिया और सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुचंकर अधिकारियों से प्रतिबंधित चाईनीज मांझे की बिक्री रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की। चाईनीज मांझे की बिक्री रोकने के लिए निरंतर अभियान चला रहे श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि चाईनीज मांझे के चलते रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं। कई लोग प्रतिबंधित मांझे की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। रविवार को कनखल के एक युवक की गर्दन चाईनीज मांझे से कट गयी। चिकित्सकों को उसकी जान बचाने के लिए उसकी गर्दन में दर्जनों टांके लगाने पड़े। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करते हुए कहा कि मन की बात कार्यक्रम में चाईनीज मांझे के दुष्प्रभावों और इससे हो रही दुर्घटनाओं पर भी चर्चा करें। समाजसेवी दिनेश जोशी व जेपी बड़ोनी ने कहा कि न्यायालय और भारत सरकार द्वारा चाइनीज मांझे को प्रतिबंधित किया गया है। इसके बाद भी प्रतिबंधित मांझे की खुलेआम बिक्री और उपयोग हो रहा है। प्रशासन प्रतिबंधित मांझे पर रोक लगाने में ढुलमुल रवैया अपना रहा है। उन्होंने कहा कि यदि चाईनीज माझे से पतंग उड़ाने वालों से पूछताछ की जाए तो इसे बेचने वालों पर आसानी से नकेल कसी जा सकती है। सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार ने बताया कि प्रतिबंधित चाईनीज मांझे की बिक्री रोकने के लिए थानाध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने स्वयं भी बाजारों में छापामारी की, लेकिन प्रतिबंधित मांझा नहीं मिला। लोगों द्वारा जानकारी दी गयी है कि प्रतिबंधित मांझा चोरी छिपे बेचा जा रहा है। इसका संज्ञान लेते हुए एक बार फिर कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान यमराज बने दुर्गा सिनरी कला केंद्र के कलाकार प्रशांत शर्मा,संजय,नीरज वर्मा,सुमित वर्मा, सचिन कुमार, कुलदीप राणा आदि ने नुक्कड़ नाटक से राहगीरों को चाइनीस मांझे के दुष्परिणामों से अवगत कराया।