हरिद्वार: उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में मुस्लिम छात्राओं के दाखिले को लेकर विवाद गहरा गया है। राष्ट्रीय सनातनी क्रांतिवीर सेना ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय के कुलपति दिनेश चंद्र शास्त्री और प्रोफेसर अजय परमार ने गैर-कानूनी तरीके से लगभग 35 मुस्लिम छात्राओं का दाखिला करवाया है।
सेना का आरोप है कि ये छात्राएं कॉलेज में बुर्खा पहनकर आती हैं और हिंदू छात्राओं को धर्मांतरण के लिए उकसाती हैं। उनके लिए एक अलग कमरा भी आवंटित किया गया है, जहां वे नमाज पढ़ती हैं।
सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामवीर सिंह ने कहा, “जिस धर्म के लोग वैदिक पद्धति को नहीं मानते, उन्हें कुलपति विश्वविद्यालय की प्रणाली अपनाने के लिए बाध्य कर रहे हैं। यह हिंदू धर्म के विद्यार्थियों को अन्य धर्म अपनाने के लिए उकसाना है।”
सेना ने कुलपति और प्रोफेसर पर हिंदू धर्म के विरुद्ध कार्य करने, संस्कृत भाषा का अपमान करने और लोक सेवक के पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने उत्तराखंड संस्कृत सचिव से इनके खिलाफ कार्रवाई करने और मुस्लिम छात्राओं के दाखिले को रद्द करने की मांग की है।
सेना ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे राज्य की सभ्यता, भाषा और सौहार्द की रक्षा के लिए देश के सभी सनातनियों को एकजुट कर आंदोलन करेंगे।
2024-11-26