हरिद्वार: आज दोपहर लगभग 4:45 बजे बाईपास रोड-जयराम मार्ग, भीमगोड़ा में एक घटना हुई, जिसमें एक पत्रकार को ड्यूटी पर तैनात दरोगा ने नो एंट्री में प्रवेश करने से रोक दिया। पत्रकार का कहना था कि उन्हें भीमगोड़ा जाना है, लेकिन दरोगा ने उन्हें भूपतवाला से घूमकर जाने के लिए कहा।
पत्रकार ने दरोगा से अनुरोध किया कि सड़क और हाईवे खाली हैं, इसलिए उन्हें सामने से जाने दिया जाए, लेकिन दरोगा अपनी बात पर अड़े रहे। इसके बाद पत्रकार ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पीए से बात करने पर भी दरोगा ने बात करने से इनकार कर दिया।
इसके बाद, पत्रकार को कंट्रोल रूम से फोन आया। पत्रकार ने उन्हें अपनी समस्या बताई, लेकिन कंट्रोल रूम के अधिकारी के कहने पर भी दरोगा ने बात नहीं की। कंट्रोल रूम ने दरोगा का नाम पूछा, लेकिन उन्होंने बताने से भी इनकार कर दिया। दरोगा के साथ दूसरे पुलिस कर्मी ने कहा की आप शराब पिए हुए हो यहां से तुरंत चले जाइए । बाद में पता चला कि दरोगा का नाम विक्रम सिंह था, जो उनकी नेम प्लेट पर लिखा था।
इस घटना ने पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। उच्च अधिकारियों की बात न सुनना और फोन पर बात करने से इनकार करना गंभीर मामला है। इस घटना से पत्रकारों में रोष है और उन्होंने पुलिस प्रशासन से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।
2025-02-26