उत्तराखंड के राजनीतिक गलियारों में आज हलचल मची रही, जब पहाड़ी महासभा के सदस्यों ने प्रेमचंद्र अग्रवाल के इस्तीफे की खबर पर खुशी का इजहार करते हुए एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। अग्रवाल ने अचानक अपने पद से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया।
पहाड़ी महासभा के सदस्यों ने उनके इस्तीफे को उत्तराखंड के हित में बताया। उन्होंने कहा कि अग्रवाल के रहने से राज्य के विकास में बाधा आ रही थी।
अग्रवाल ने अपने इस्तीफे के पीछे व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है। उन्होंने कहा कि वह उत्तराखंड के विकास के लिए हमेशा समर्पित रहेंगे।
अग्रवाल ने यह भी कहा कि वह उत्तराखंड राज्य की स्थापना के लिए संघर्ष करते रहे हैं और इसके लिए जेल भी गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके एक बयान को गलत तरीके से पेश किया गया, जिसके कारण उन पर आरोप लगाए गए।
अग्रवाल ने कहा कि वह उत्तराखंड के विकास के लिए अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को इस्तीफा सौंपने की बात कही और पत्रकारों के अन्य सवालों का जवाब दिए बिना चले गए।
अग्रवाल के इस्तीफे से उत्तराखंड की राजनीति में नए समीकरण बनने की संभावना है।
2025-03-16