खास खबर:  बुद्ध पूर्णिमा स्नान एवं चारधाम यात्रा के मद्देनजर हरिद्वार में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

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हरिद्वार: जिलाधिकारी एवं जिला मजिस्ट्रेट कर्मेंद्र सिंह ने सूचित किया है कि 12 मई 2025 को बुद्ध पूर्णिमा के स्नान और चारधाम यात्रा को देखते हुए, पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी देश और अन्य प्रदेशों के विभिन्न क्षेत्रों से लाखों श्रद्धालुओं एवं यात्रियों के गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आने की संभावना है।
जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि देश एवं प्रदेश के अवांछनीय तत्वों, आतंकवादी और माओवादी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए बुद्ध पूर्णिमा स्नान के दौरान पूरे जनपद में विशेष सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालुओं एवं यात्रियों की भारी भीड़ और यातायात को नियंत्रित करने तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे क्षेत्र को 13 जोन में विभाजित किया गया है। इन क्षेत्रों में 13 जोनल मजिस्ट्रेट और 40 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं, जो अपने-अपने क्षेत्र में तैनात पुलिस अधिकारियों के सहयोग से कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि 6 जोनल और 6 सेक्टर मजिस्ट्रेटों को आरक्षित रखा गया है।
जिला मजिस्ट्रेट ने आगे बताया कि अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व दीपेंद्र सिंह नेगी पूरे जनपद की कानून एवं शांति व्यवस्था के प्रभारी होंगे, जिनका दूरभाष नंबर 9412368661 है। श्रीमती कुश्म चौहान, नगर मजिस्ट्रेट हरिद्वार नगर, हरिद्वार शहर की विधि एवं शांति व्यवस्था की प्रभारी होंगी, जिनका दूरभाष नंबर 8755176343 है।
आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, जिला मजिस्ट्रेट ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरके सिंह को निर्देश दिए हैं कि वे सीसीआर पर एम्बुलेंस एवं स्ट्रेचर रखने के साथ-साथ आवश्यक प्राथमिक चिकित्सा सामग्री एवं चिकित्सा दल की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त, उन्होंने जिला चिकित्सालय में भी चिकित्सा एवं सहयोगी स्टाफ की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
नगर आयुक्त को मेले के समय क्षेत्र एवं घाटों की साफ-सफाई की व्यवस्था करने और क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन को स्नान पर्व की अवधि में परिवहन निगम की बसों के चालकों को प्रतिबंधित क्षेत्र में वाहन न ले जाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने अधिशासी अभियंता विद्युत को स्नान पर्व की अवधि में विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने और हर की पैड़ी पर 8-8 घंटे की शिफ्ट में कम से कम 03 तकनीकी कर्मचारियों की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं। अधिशासी अभियंता जल निगम पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे, जबकि अधिशासी अभियंता गंग नहर हर की पैड़ी तथा मुख्य घाटों की स्नान से पहले काई आदि की सफाई कराएंगे। मुख्य अग्निशमन अधिकारी को अग्निशमन संबंधी सभी तैयारियां रखने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला मजिस्ट्रेट ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी मजिस्ट्रेट अपने-अपने ड्यूटी क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कानून एवं शांति व्यवस्था संबंधी सूचना जिला मजिस्ट्रेट अथवा अपर जिला मजिस्ट्रेट हरिद्वार के साथ-साथ जोनल मजिस्ट्रेट को भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। कोई भी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र के जोनल मजिस्ट्रेट की अनुमति के बिना अपना स्थान नहीं छोड़ेगा, और जोनल मजिस्ट्रेट बिना पूर्व अनुमति के अपना कार्यभार नहीं छोड़ेंगे। पर्व समाप्ति के उपरांत, सभी जोनल मजिस्ट्रेट कार्य कुशलता की रिपोर्ट अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व को उपलब्ध कराएंगे।