अब बाबा प्रमोद कृष्णम् भी भाजपा(मोदी जी) की शरण में
“मुझे लगता था कि बाबाओं के सुर अचानक नहीं बदलते,लेकिन अब मुझे लगता है कि कदाचित मैं ही गलत था ,गलत हूँ,क्योंकि बाबाओं के सुर तो कभी भी बदल जाते हैं“ – राकेश अचल बाबा किसी भी तरह के हों उनके आत्मज्ञान का कोई सानी नहीं है। खुदा न खास्ताContinue Reading










