सेवा की इच्छा, आश्रम की उन्नति का झांसा देकर प्रपंच रचकर ,आश्रम की संपत्ति हड़पने का आरोप
हरिद्वार। सुरसरिता मां आश्रम धर्मार्थ ट्रस्ट की अध्यक्ष साध्वी आनन्द ज्योति ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर साध्वी सरोजनी गिरी पर प्रपंच रचकर आश्रम की संपत्ति हड़पने एवं अनुचित दबाव के लिए अनर्गल आरोप लगाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। बुधवार को प्रैस क्लब में पत्रकारों को जानकारी देते हुए साध्वी आनन्द ज्योति ने बताया कि वर्ष 2020 में साध्वी सरोजनी गिरी ने उनसे मिलकर स्वयं को जूना अखाड़ा के माईबाड़े की अध्यक्ष बताते हुए आश्रम में सेवा करने की इच्छा व्यक्त की। जिस पर उन्होंने अनुमति दे दी। इसके बाद सरोजनी गिरी ने आश्रम की उन्नति का झांसा देकर उनसे एक आश्रम के पैड पर हस्ताक्षर करवा लिए और आश्रम के नाम पर धन उगाहना शुरू कर दिया। इस बीच उनका स्वास्थ्य खराब होने पर सरोजनी गिरी ने सेवा का नाटक रचकर उन्हें विश्वास में आश्रम व संपत्ति की वसीयत अपने नाम पंजीकृत करा ली। जब उन्हें सरोजनी गिरी द्वारा धन उगाही की शिकायतें मिली तो उन्होंने उसे समझाने का प्रयास किया। लेकिन उसके व्यवहार में काई परिवर्तन नहीं आया। इस पर उन्होंने सरोजनी गिरी के पक्ष में की गयी वसीयत को निरस्त कर दिया एवं आश्रम के संबंध में दिए गए सभी अधिकार भी निरस्त कर दिए। साध्वी आनन्द ज्योति ने आरोप लगाया कि सरोजनी गिरी के खिलाफ विभिन्न राज्यों की अदालतों में धोखाधड़ी के मुकद्मे चल रहे हैं। साध्वी आनन्द ज्योति ने आरोप लगाया कि आश्रम की संपत्ति हड़पने की नीयत से साध्वी सरोजनी गिरी उन पर झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगा रही है। झूठी शिकायतें कर बार-बार पुलिस को आश्रम में बुलाती है। जिससे आश्रम की और उनकी बदनामी हो रही है। उन्होंने जान का खतरा जताते हुए पुलिस से जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि वे जल्द ही इस संबंध में डीजीपी से भी मुलाकात कर उन्हें पूरे मामले से अवगत कराएंगी। वार्ता के दौरान मौजूद भक्त जय भगवान गुप्ता ने बताया कि साध्वी सरोजनी गिरी के खिलाफ हरियाणा में फर्जी चेक देने व धोखाधड़ी के कई मुकद्मे दर्ज हैं। प्रैसवार्ता में रामनिवास गोयल,जयभगवान गुप्ता,सुमित कुमार,अशोक अग्रवाल आदि मौजूद रहे।