आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्षय पर आयोजित हो रहा योग शिविर
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 के तहत 07 दिवसीय योग शिविर अवद्यूत मण्डल आश्रम में प्रारम्भ हुआ। उत्तराखण्ड आयुष विभाग के सौजन्य से निरामया योग रिसर्च फाउंडेशन तथा इण्डियन रेड क्रास की सयुंक्त तत्वाधान में योग शिविर का शुभारंभ अवद्यूत मण्डल में महामण्डलेश्वर संतोषानन्द महाराज, निरामयोग रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक डा0 उर्मिला पाण्डेय एवं रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चैधरी ने संयुक्त रूप से प्रतिभागियों को योग प्रार्थना एवं सूर्य नमस्कार से शुभारंभ कराया। योग विशेषज्ञ डा0 उर्मिला पाण्डेय द्वारा प्रतिभागियों के शारीरिक एवं मानसिक विकास हेतु विभिन्न योगासनों से योगअभ्यास कराया गया। तथा योग के प्रति सम्पूर्ण समाज को जागरूक भी करना है जिससे योग हमारी दिनचर्या में पूर्ण रूपेन ढल जाय,े जिससे प्रत्येक व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य को लाभ मिलेगा। डा0 उर्मिला पाण्डेय ने कहा कि योग शब्द संस्कृत से लिया गया है एवं इसका अर्थ शरीर एवं चेतना का मिलन का एकीकृत होना है। तथा योग शरीर तथा मन की समरस्ता प्राप्त करने के लिए शारीरिक,मानसिक,आध्यात्मिक गतिविधियों से हमे सीधे रूप से जोड़ता है। रेडक्रास सचिव डा0 नरेश चैधरी ने कहा कि कोविड-19 महावारी के दौरान योग से कष्टों को दूर करने तथा कोविड-19 के पश्चात हुये दुष्प्रभाव से बचाव में योग करने से भी जनमानस के स्वास्थ्य में विशेष रूप से सुधार हुआ। जिससे सम्पूर्ण विश्व में योग के प्रति विशेष जागरूकता बनी है। सम्पूर्ण विश्व में आयुष एवं योग के प्रति जनसमाज में कोविड-19 महावारी से बचने के लिए विशेष रूप से आकर्षण बढ़ा है। योग शिविर में डा0 भावना,डा0 वैशाली,डा0 आराधना,डा0 आकांक्षा,डा0 हेमलता,डा0 रेनू, डा0 चारूल,डा0 दीपिका. डा0 आकांक्षा पंवार,डा.वर्षा, हीना, पायल,संगीता सहगल,मेघा,पूनम, विकास, प्रमोद कपूर,राजेन्द्र अवस्थी आदि ने सक्रीयता सहभगिता की। योग शिविर कार्यक्रम का संचालन कीर्ति हंस एवं पदमा ने सयुंक्त रूप से किया। योग शिविर में मुख्य रूप से वृकआसन, ताड़ आसन, तृयक ताड़ आसन,सिंह आसन, अनुलोम विलोम,प्राणायाम,संगीत ध्यान, नील कंठासन का अभ्यास प्रतिभागियों को कराया गया।