धर्म-कर्म: कलयुग में दुखों से मुक्ति का मार्ग है श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण – पं. द्वारिका प्रसाद

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शिव मंदिर समिति सेक्टर – 5 भेल के रामलीला मैदान में श्रीमद् भागवत कथा सत्संग में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

हरिद्वार। श्रीमद् भागवत कथा मर्मज्ञ पंडित द्वारका प्रसाद पैन्यूली ने कहा कि कलयुग में भगवान कृष्ण को अवतारी पुरुष माना गया है जिन्होंने गीता के माध्यम से संसार को दिव्य ज्ञान दिया है। ऐसे में जनमानस भगवान कृष्ण के चरित्र को सुनकर एवं अपनाकर अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं। श्रीमद् भागवत कथा भगवान श्री कृष्ण के जीवन का संपूर्ण चित्रण है।।
गौरतलब है कि शिव मंदिर समिति सेक्टर- 5 बी भेल, हरिद्वार के तत्वावधान में रामलीला मैदान में श्रीमद्भागवत महापुराण सत्संग महोत्सव का विशाल आयोजन किया जा रहा है।
कथा व्यास द्वारिका प्रसाद पैन्यूली ने श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सप्ताह के छठे दिन भक्तों को कथा अमृतपान कराते हुए कहा कि कलयुग में श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण मनुष्य के लिए परम कल्याणकारी है। कथा के श्रवण मात्र से ही मनुष्य के मन में उत्पन्न होने वाले विकारों का शमन हो जाता है और वह ईश्वर भक्ति में लीन होकर परम आनंद को प्राप्त करता है। उन्होंने कहा वर्तमान में मनुष्य लोभ-लालच, ईर्ष्या- द्वेष माया आदि के फेर में फंसकर दु:की जीवन जीने के लिए विवश हैं। भगवत कथा दिन 200 से मुक्ति दिलाने का सबसे बड़ा मार्ग है। श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण ने जनमानस को दुखों से मुक्ति का मार्ग बताया है।‌
आयोजन समिति में मुख्य यजमान पुर्वांचल उत्थान संस्था के अध्यक्ष सीए आशुतोष पांडेय, आम आदमी पार्टी पूर्वांचल प्रकोष्ठ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत राय,
पुजारी पं लाखीराम गोदियाल, शास्त्री, चंद्रशेखर, रंजन अनुराग, स्वतंत्र खरें, कृष्णानंद राय, अतुल राय, अनुज राठी, ज्ञान प्रकाश सिंह, अखिल बंसल, मोहित कुमार, हरे राम पांडेय, नंदलाल दूबे, मुकेश पाण्डेय, सहित अन्य गणमान्य सदस्य मौजूद रहें।