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हिन्दी दिवस पर सरस्वती विद्या मंदिर में किया निबंध प्रतियोगिता का आयोजन

हरिद्वार: हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में भेल सेक्टर-2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने देवी सरस्वती के चित्र सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने कहा आज मातृभाषा हिंदी के सम्मान और संरक्षण का दिन है। हिंदी भाषा का हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्व है। हिंदी हमारी पहचान,संस्कृति और भावनाओं का प्रतीक है। हिंदी विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने में हमारी मदद करती है और हमें अपनी संस्कृति और परंपराओं से जोड़ती है। सभी हिंदी अपनाएं,इसका सम्मान,संरक्षण और प्रसार करें। निबंध प्रतियोगिता में कक्षा 6से 8तक के प्रतिभागियों को रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव,कक्षा 9 से 10के प्रतिभागियों को राम मंदिर का वैभव तथा कक्षा 11 से 12के प्रतिभागियों को रामजन्म भूमि के 500वर्षाे के संघर्ष का इतिहास विषय दिया गया। प्रतियोगिता में विद्यालय के 1200छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। वर्ग के अनुसार प्रतियोगिता में प्रथम,द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरूस्कृत किया जाएगा।

हिंदी मात्र भाषा नही भारत की पहचान है- श्रीमहंत रविन्द्रपुरी

हरिद्वार: हिन्दी दिवस के अवसर पर एसएमजेएन कालेज में आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ,हिन्दी विभाग,हरिद्वार नागरिक मंच तथा इनरव्हील क्लब हरिद्वार द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अखाड़ा परिषद एवं कालेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी ने हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिंदी मात्र एक भाषा नही बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और भारत की पहचान हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी धरती पर जब कोई हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए मिलता हैं तो उसका भारतीयता से जुड़ाव साफ झलकता हैं। उन्होंने कहा कि आज समय है कि युवा हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए कार्य करे तथा अपनी जड़ों से जुडं़े। इस अवसर पर ईशा कश्यप,संजय और अपराजिता ने कविता का पाठ किया। इस कार्यक्रम में भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा रचित नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा का मंचन भी किया गया। जिसमे ओमिशा,चारु,इशिका,मानसी,अंशिका,कामक्षा,आंचल,कशिश, मोनिका ,टिया,देविका,चमन,महक आदि ने प्रतिभाग किया। हिंदी विभाग की डा.आशा शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए मानस भवन में आर्यजन, जिसकी उतारे आरती। भगवान भारतवर्ष में गूंजे हमारी भारती गीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। डा.लता शर्मा ने गीत तथा डा.रेणु सिंह ने कविता की सुंदर प्रस्तुति दी। कालेज के प्राचार्य प्रो.सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि हिंदी भारत की सांस्कृतिक और भाषाई पहचान की आधारशिला हैं। हिंदी को समृद्ध किए बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा कि हिंदी के विकास के लिए हिन्दी को रोज़गार से जोड़ना होगा तभी हिन्दी को संबल मिलेगा। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा.संजय माहेश्वरी ने कहा कि इतिहास साक्षी रहा है कि हिंदी भाषा ने देश की एकता को बनाए रखने में महती भूमिका निभाई है। कार्यक्रम के संयोजक मंडल की ओर से डा.मोना शर्मा तथा डा.अनुरीषा ने कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में प्रो.जेसी आर्य,प्रो.विनय थपलियाल,डा.शिवकुमार चौहान,डा.पूर्णिमा सुंदरियाल,डा.सरोज शर्मा,डा.मीनाक्षी शर्मा,डा.पदमावती तनेजा,डा.विनीता चौहान,डा.पल्लवी राणा,विनीत सक्सेना,यादवेन्द्र सिंह ,मोहन चन्द्र पाण्डेय सहित महाविद्यालय के शिक्षक,शिक्षणेत्तर कर्मचारी व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

वन गुज्जरों को लेकर दुष्प्रचार पर लगे रोक-मीर हमजा

हरिद्वार: वन गुर्जर ट्राइबल युवा संगठन के मीर हमजा ने वन गुज्जरों की विभिन्न समस्याओं को लेकर शनिवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि वन गुज्जरों के अधिकारों के प्रति समाज को भ्रमित करने का काम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होने कि वन गुज्जर वर्षो से जंगलों में रहकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। जंगलों के संरक्षण संवर्द्धन में वन गुज्जरों की महत्वपूर्ण भागीदारी है। जंगलों में लगने वाली आग को बुझाने में भी वन गुज्जरों की निर्णायक सहभागिता हमेशा ही रहती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा वन गुज्जरों को लेकर भ्रामक तथ्यहीन प्रचार किया जा रहा है। जंगलों, वनों पर निर्भर समुदायों वन गुज्जर,टोंगिया,घुमुत्तु,अर्ध घुमुत्तु, आदिवासी,वन राजी,खत्ते वासी के अधिकारों व देश की वन्य जीवन के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका को अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वन गुज्जर हमेशा ही वनों पर आश्रित रह रहे हैं। उनका रहन सहन वनों में ही होता है। मीर हमजा ने कहा कि हमारे पर्वतीय राज्य की अर्थव्यवस्था में वनाश्रित समुदायों का अहम योगदान रहा है। वन संपदा और जंगल के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। राज्य के गठन के समय से सभी समुदाय के लोग शांतिपूर्वक रहते आ रहे हैं। लेकिन कुछ लोग भ्रामक विचारों का आदान प्रदान कर सामाजिक सौहार्द,सामाजिक एकता को खंडित करने का काम कर रहे हैं। वन गुज्जरों के हक हकुुक की लड़ाई को सदैव ही लड़ा जाएगा। ब्रिटिश शासन से वन गुज्जरों का इतिहास को दर्शाया भी गया है। उन्होंने कहा कि जो लोग वन गुज्जरों को लेकर भ्रामक तथ्यहीन बातों को फैला रहे हैं। ऐसे लोगों से सचेत रहने की आवश्यकता है। वार्ता के दौरान मुन्नीलाल,अमित राठी,शमशाद,मौहम्मद रफी,सुलेमान,सद्दाम, नजाकत अली,इमरान अली,मुस्तफा,अक्का, नूरशाह आलम आदि मौजूद रहे।

सदैव भक्तों का कल्याण करते हैं भगवान गणेश-राजीव भार्गव

हरिद्वार। मां वैष्णों नवयुवक संस्थान के द्वारा भाटिया भवन में हर्षोल्लास व उत्साह के साथ गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। 18वर्षो से लगातार संगठन के सदस्य गणेश उत्सव में अपनी सहभागिता निभाते चले आ रहे। है। राजीव भार्गव ने कहा कि 18वर्षो से लगातार गणेश उत्सव में आसपास के क्षेत्रवासी प्रतिभाग करते हैं। प्रतिदिन पूजा अर्चना एवं प्रसाद वितरण भक्तों को किया जाता है। भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने से परिवारों में सुख समृद्धि का वास होता है। कष्टों को हरने वाले भगवान गणेश सदैव ही भक्त का कल्याण करते हैं। राजीव भार्गव ने क्षेत्रवासियों से आह्वान करते हुए कहा कि रविवार को शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा के पश्चात भगवान गणेश का विसर्जन किया जाएगा। अधिक से अधिक लोग शोभायात्रा में प्रतिभाग करें। उन्होंने कहा कि प्रेम उल्लास व सद्भावना का यह उत्सव हमेशा ही एकता अखंडता का संदेश देता चला आ रहा है। सन्नी भाटिया,सचिन पाहवा ने कहा कि भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने से मन को प्रसन्नता मिलती है। भगवान गणेश सदैव ही भक्त की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों ने पूजा अर्चना में हिस्सा लेकर भंडारा प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर सचिन भार्गव,मोहित चौहान,मोहित अरोड़ा,कुलदीप,गौरव शर्मा,नवरत्न वर्मा आदि मौजूद रहे।