देहरादून: पुलिस लाइन में आयोजित राज्य स्थापना दिवस पर कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई अहम घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आपदा के कारण मार्ग एवं पुलों के बह जाने की दशा में यातायात को तुरंत सुचारू करने के लिए वैलीब्रिज स्थापित किए जाएंगे और राज्य में 50 एवं उससे अधिक जनसंख्या वाले सभी गाँवों को 2030 तक सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा। साथ ही सड़क दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों को साथ लेकर एक समग्र नीति बनायी जायेगी।
उत्तराखंड के विकास पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सम्बोधन:
विकास और रोजगार:
* राज्य में व्यापक स्तर पर रोजगार सृजन हो रहा है।
* औद्योगिक नीति, लॉजिस्टिक नीति, स्टार्टअप नीति जैसी नई नीतियों से निवेश बढ़ रहा है।
* खुरपिया में इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
* राज्य से पलायन की समस्या जल्द ही खत्म होगी।
कठोर निर्णय और विकास:
* सरकार ने उत्तराखंड के विकास के लिए कई कठोर निर्णय लिए हैं।
* यूसीसी कानून, नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण रोधी कानून और दंगा रोधी कानून लागू किए गए हैं।
* 5000 एकड़ से अधिक सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है।
* सरकारी नौकरियों में राज्य आंदोलनकारियों और महिलाओं के लिए आरक्षण लागू किया गया है।
* भू कानून में बदलाव लाकर राज्य के मूल स्वरूप की रक्षा की जाएगी।
विकास के सकारात्मक परिणाम:
* नीति आयोग के सतत् विकास के लक्ष्यों के इंडेक्स में उत्तराखंड प्रथम स्थान पर है।
* ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और स्टार्टअप रैंकिंग में उत्तराखंड अग्रणी है।
* बेरोजगारी दर में 4.4% की कमी आई है।
* राज्य स्थापना का रजत जयंती वर्ष उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाएगा।
उत्तराखंड गौरव सम्मान:
* जनरल अनिल चौहान, प्रीतम भर्तवाण, माता मंगला, हेमंत पांडेय और डॉ. महेश कुडि़याल को उत्तराखंड गौरव सम्मान दिया जाएगा।
* सरकार उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।