एक से पांच वर्ष पुराने वादों को प्राथमिकता से निपटाए- जिलाधिकारी
हरिद्वार: जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने आज राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक में लम्बित राजस्व वादों और जन समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिला कार्यालय सभागार में आयोजित इस बैठक में उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों और तहसीलदारों को कोर्ट संबंधी कार्यों को भी प्राथमिकता देने और एक से पांच वर्ष पुराने वादों को प्राथमिकता से निपटाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी मामले में अनावश्यक तारीखें न दी जाएं, बल्कि छोटी तारीखें देकर मुकदमों का तेजी से निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि हर महीने दायर होने वाले वादों से अधिक संख्या में वादों का निस्तारण हो।
राजस्व वसूली की समीक्षा करते हुए उन्होंने वसूली कार्यों में तेजी लाने और नियमों के अनुसार बड़ी बकाया राशि की वसूली करने के निर्देश दिए। विरासत के मामलों पर उन्होंने अविवादित मामलों में दाखिल-खारिज में किसी भी तरह की देरी न करने की सख्त हिदायत दी और अनावश्यक विलंब करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।
जिलाधिकारी ने विभिन्न आयोगों से संबंधित रिपोर्ट समय पर भेजने और माननीय न्यायालयों से संबंधित मुकदमों में प्रति शपथ पत्र आदि दाखिल करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने राजस्व वादों का गुणवत्तापूर्ण और त्रुटि रहित निस्तारण सुनिश्चित करने पर बल दिया, जिसमें सभी पक्षों को सुना जाए और समान अवसर दिया जाए।
सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने “सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि” के मूल मंत्र के आधार पर उनका समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिकायतकर्ता की संतुष्टि के लिए प्रत्येक शिकायत के निस्तारण के बाद उनसे फोन पर बात करने का भी निर्देश दिया।
बैठक में अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, डिप्टी कलेक्ट्रेट लक्ष्मी राज चौहान, डिप्टी कलेक्ट्रेट प्रेम लाल, विभिन्न तहसीलों के एसडीएम और तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।