बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने देहरादून जिले के तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। उस पर यूपी के निजी शिक्षण संस्थान को करीब 75 लाख की छात्रवृत्ति दिलाने में अहम भूमिका निभाने का आरोप है। देहरादून में विशेष कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपी को सुद्धोवाला देहरादून स्थित जेल में भेज दिया गया। एसआईटी के अनुसार देहरादून के डालनवाला थाने में श्रीराम इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली रुड़की बाईपास मार्ग सरधना क्रॉसिंग जटौली मेरठ यूपी के प्रबंधन तंत्र के खिलाफ घोटाले के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। वर्ष 2012 से लेकर 2015 तक संस्थान को करीब 1.45 करोड़ की छात्रवृत्ति देहरादून जिले के समाज कल्याण विभाग ने जारी की थी। एसआईटी की जांच में सामने आया कि उस वक्त जिला समाज कल्याण अधिकारी रहे रामअवतार की देखरेख में छात्र-छात्राओं के सत्यापन की पुष्टि की गई थी, जिसके बाद एसआईटी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। कालेज प्रबंधन को वर्ष 2013-14 में दाखिल दिखाए गए छात्र-छात्राओं के नाम पर करीब 75 लाख की छात्रवृति आवंटित करने का सत्यापन उस वक्त जिले में सहायक समाज कल्याण अधिकारी दिनेश जोशी की थी। मौजूदा समय में इसी पद पर उत्तरकाशी में तैनात अधिकारी को एसआईटी ने पूछताछ के लिए हरिद्वार कार्यालय बुलाया था, जहां एसआईटी के समक्ष पूछताछ में आरोपी अधिकारी छात्रवृत्ति आवंटित करने के संबंध में संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। एसआईटी ने आरोपी अधिकारी दिनेश जोशी निवासी श्री एनक्लेव पंडितवाडी देहरादून को गिरफ्तार कर लिया। एसआईटी के निरीक्षक मनोज असवाल की अगुवाई में टीम आरोपी अधिकारी को देहरादून कोर्ट ले गई, जहां पेश करने के आरोपी को जेल भेज दिया गया। आरोपी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी समेत प्रभावी धाराओं में कार्रवाई की गई है।
2022-01-10