पटवारी वैभव प्रताप सस्पेंड
उत्तराखंड के चर्चित अंकिता हत्याकांड में एसआइटी को बड़ी सफलता मिली है। अपराध में इस्तेमाल बाइक और स्कूटी बरामद हुई है। सीसीटीवी कैमरे में अंकिता आरोपित पुलकित की पीछे बैठी दिखाई दे रही है।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के आधार पर स्कूटी व बाइक बरामद की है। इसकी पुष्टि पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने की है। इसके अलावा एसआईटी गुरुवार तक अंकिता के दोस्त पुष्प को बयान देने के लिए बुला सकती है, इसके बाद ही आरोपितों को रिमांड पर लिया जाएगा, क्योंकि पुष्प से कई सवाल पूछे जाने हैं।
वहीं एसआइटी इंचार्ज पीआर देवी ने कहा कि हम सबूतों की जांच कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल गई है। रिसॉर्ट के कर्मचारियों के बयान रिकॉर्ड किए जाएंगे। बता दें कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर विकासखंड के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता को 18 सितंबर को जिंदा चीला नहर में फेंक दिया था ?
पुलिस ने शनिवार को चीला बैराज से अंकिता का शव बरामद किया था। वह वनन्तरा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। मामले में हत्या का आरोप रिसॉर्ट के स्वामी पुलकित आर्या, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता पर है। अंकिता के जम्मू निवासी एक दोस्त की सूचना पर यह मामला खुला। वहीं अंकिता को इंसाफ दिलाने के लिए उत्तराखंड में अभी भी प्रदर्शन और रैलियों का क्रम जारी है। मंगलवार को ऋषिकेश में अंकिता के लिए इंसाफ की मांग करते हुए स्कूली बच्चों ने रैली निकाली।
वहीअंकिता हत्याकांड को लेकर पटवारी वैभव प्रताप को सस्पेंड कर दिया गया है। डीएम पौड़ी ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि 19 सितंबर को अंकिता के पिता ने फोन पर बेटी की गुमशुदगी की सूचना वैभव प्रताप को दी थी। लेकिन वैभव गुमशुदगी की खबर लगते ही चार दिनों की छुट्टी पर चला गया।
छुट्टी पर जाने से पहले वैभव ने पटवारी विवेक कुमार को चार्ज दिया था। वैभव ने छुट्टी पर जाते ही फोन भी बंद कर दिया था। प्रशासन भी उससे संपर्क नहीं कर पा रहा था। यह क्षेत्र राजस्व पुलिस के अंतर्गत आता है। इसलिए पहले सूचना पटवारी वैभव प्रताप को ही दी गई। बाद में दूसरे पटवारी ने शिकायत लिखी। चार दिन बाद जब केस रेग्यूलर पुलिस को हस्तांतरित हुआ तब पूरा मामला खुला(GS)