हरिद्वार: भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईल) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। कंपनी को पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड से खावड़ा (गुजरात) और नागपुर (महाराष्ट्र) के बीच 800 केवी, 6000 मेगावाट की एक एचवीडीसी (हाई वोल्टेज डायरेक्ट करंट) लिंक स्थापित करने का ऑर्डर मिला है। यह परियोजना गुजरात के खावड़ा क्षेत्र में स्थित नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से बिजली को देश के अन्य हिस्सों में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
क्या है एचवीडीसी लिंक?
एचवीडीसी लिंक एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग लंबी दूरी तक बिजली प्रसारित करने के लिए किया जाता है। इस तकनीक में बिजली को डायरेक्ट करंट (डीसी) में बदलकर प्रेषित किया जाता है, जिससे बिजली हानि कम होती है।
बीएचईएल की भूमिका
बीएचईल इस परियोजना में कई महत्वपूर्ण उपकरणों और प्रणालियों की आपूर्ति करेगी, जिनमें कनवर्टर ट्रांसफार्मर, शंट रिएक्टर, फिल्टर बैंक कैपेसिटर, एमवी स्विचगियर, इंस्ट्रूमेंट ट्रांसफार्मर और थाइरिस्टर वाल्व शामिल हैं। कंपनी नागपुर टर्मिनल पर मेगा आकार की 765/400 केवी बिजली निकासी प्रणाली का डिजाइन, आपूर्ति और स्थापना भी करेगी।
परियोजना का महत्व
यह परियोजना भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को मजबूत करेगी और देश में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देगी। इसके अलावा, यह परियोजना 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा से 500 गीगावाट बिजली प्राप्त करने के राष्ट्रीय लक्ष्य को प्राप्त करने में भी मदद करेगी।
बीएचईएल का अनुभव
बीएचईल पहले भी कई बड़ी एचवीडीसी परियोजनाओं में शामिल रहा है और इस क्षेत्र में एक अग्रणी कंपनी के रूप में उभरा है। कंपनी ने भारत में कई राष्ट्रीय एचवीडीसी लिंक स्थापित की हैं, जिनमें रिहंद-दादरी, चंद्रपुर-पद्घे, बलिया-भिवाड़ी, उत्तर पूर्व-आगरा और रायगढ़-पुगलुर शामिल हैं।