हरिद्वार में वनाग्नि रोकथाम की दिशा में बड़ा कदम

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हरिद्वार: जिले में वन क्षेत्रों को आग से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में वर्ष 2025 के लिए वनाग्नि प्रबंधन योजना को मंजूरी दे दी गई।
इस योजना के तहत वन विभाग विभिन्न उपायों को अंजाम देगा, जिनमें वनाग्नि के कारणों का अध्ययन, आग बुझाने के तरीके, उपलब्ध संसाधनों का जायजा और आगामी वर्ष के लिए बजट का प्रावधान शामिल है।
राजाजी टाइगर रिजर्व के लिए भी एक विशेष प्रस्तुति दी गई। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को वन विभाग को हर संभव सहयोग देने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय:
* चंडी देवी और मंसा देवी में आपदा मित्रों की तैनाती
* चिकित्सा विभाग द्वारा वन कर्मियों को प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण और किट उपलब्ध कराना
* संवेदनशील क्षेत्रों पर ड्रोन से निगरानी
* वनाग्नि की घटनाओं में सभी विभागों द्वारा वन विभाग का सहयोग
* संदिग्धों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
बैठक में शामिल रहे: परियोजना निदेशक के.एन.तिवारी, डा.आर.के.सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी आशुतोष भण्डारी, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती पूनम कैन्थूला, उप प्रभागीय वनाधिकारी अजय लिगवाल, वार्डन राजाजी टाइगर रिजर्व पंकज श्रीवास्तव, सहायक परिवहन अधिकारी श्रीमती मीरा रावत, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी और अग्निशमन अधिकारी शिशुपाल सिंह नेगी सहित जिला स्तरीय वनाग्नि प्रबन्ध समिति के सभी सदस्य।
यह योजना जिले के वन क्षेत्रों को आग से बचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।