हरिद्वार: नगर निगम अथवा सिंचाई विभाग की भूमि पर निर्मित माता कृष्णा उद्यान को लेकर स्थानीय जनता में भारी उत्सुकता और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उद्यान के निर्माण के बाद से ही आश्रम का ताला जड़ा होने के कारण यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह सार्वजनिक उपयोग के लिए होगा या प्रेम प्रकाश मंडल के अधीन रहेगा।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हाल ही में प्रेम प्रकाश मंडल के मानव सेवा कार्यों की सराहना की थी। उन्होंने मंडल द्वारा निर्धन परिवारों के कल्याण और जनहित में किए जा रहे उत्कृष्ट योगदान को रेखांकित किया। हरिद्वार में प्रेम प्रकाश मंडल द्वारा नवनिर्मित माता कृष्णा उद्यान को उन्होंने मानव सेवा का एक सुंदर उदाहरण बताते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ इसका शुभारंभ किया है।
हालांकि, माता कृष्णा उद्यान की भूमि और उसके स्वामित्व को लेकर कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण अभी तक सामने नहीं आया है यह नगर निगम की हो या सिंचाई विभाग की भूमि पर निर्माण होने के बावजूद, इस पर आश्रम का ताला लगा होना कई सवाल खड़े करता है। स्थानीय जनता इस बात को लेकर चिंतित है कि क्या उन्हें इस नवनिर्मित उद्यान का लाभ मिल पाएगा या यह केवल प्रेम प्रकाश मंडल के उपयोग तक ही सीमित रहेगा।
उधर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए सराहनीय कार्य कर रही है। इसके अतिरिक्त, गंगा की स्वच्छता और वर्ष 2027 में होने वाले भव्य कुंभ मेले के आयोजन के लिए भी उत्तराखंड सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास प्रशंसनीय हैं। इन प्रयासों के बीच, माता कृष्णा उद्यान को लेकर बना रहस्य और उसका ताला जनता के लिए कब खुलेगा, यह जनहित में एक बड़ा सवाल बना हुआ है, जिसका उत्तर जनता बेसब्री से जानना चाहती है।
2025-04-15