क्षेत्रीय निवासियों के अनुसार, उन्होंने इस संबंध में कई बार अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन उनकी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सीता गोस्वामी और अन्य स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने अब जिलाधिकारी, हरिद्वार को पत्र भेजकर समस्या के समाधान की गुहार लगाई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिनों के भीतर समस्या का समाधान नहीं होता है, तो वे जल संस्थान कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पानी की कटौती की जानकारी होने के बावजूद न तो जलापूर्ति सुचारु की जा रही है और न ही टैंकरों से पानी की व्यवस्था की जा रही है। ऐसे में जनता का विरोध प्रदर्शन करना स्वाभाविक है। अब देखना यह होगा कि जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र के बाद जल संस्थान के अधिकारियों की नींद टूटती है या नहीं।