भागदौड़ की जिंदगी में खेलों का महत्व बड़ा- अनीता शर्मा महापौर
अब किसी भी क्षेत्र में बालिकाएं पीछे नहीं है- आदेश सैनी
बच्चों को खेलों के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है -मनोज सैनी
सैनी आश्रम ज्वालापुर में माता सावित्रीबाई फुले जी की जयंती पर जनपद हरिद्वार में खेलों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले भारत भूषण के संयोजन में खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न स्कूलों की सैकड़ों बालिकाओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, नगर निगम की महापौर श्रीमती अनिता शर्मा ने कहा कि आज की भागदौड की जिंदगी में खेलों का महत्व और बढ़ जाता है और अब खेलों में बच्चे अपना भविष्य देख रहे हैं। उन्होंने खेलों में भाग लेने वाली बालिकाओं के उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि अब बालिकाएं ही अब देश का भविष्य संवारेंगे। सैनी सभा जनपद हरिद्वार के नव नवनिर्वाचित अध्यक्ष आदेश सैनी ने कहा कि अब किसी भी क्षेत्र में बालिकायें पीछे नहीं है और खेल के क्षेत्र में अब बालिकाएं विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक लाकर देश का नाम रोशन कर रही हैं। कार्यक्रम को अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष मनोज सैनी ने कहा कि बालिकाओं को खेलों के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है और इसी प्रतिभा के दम पर वे खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ती हैं। इस अवसर मनोज सैनी ने हरिद्वार के युवाओं को नशीले पदार्थों से दूरी बनाए रखने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा आज चन्द लोग अपने निजी स्वार्थों के कारण युवाओं को नशे की लत में झौंक रहे है जिस कारण युवा नशे का आदि बनता जा रहा है। अब समाज को जागरूक होने की जरूरत है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सैनी सभा के पूर्व मंत्री डॉक्टर धूम सिंह ने इस अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि भारत भूषण जी खेल के माध्यम से नई प्रतिभाओं को तराशने का काम करते रहे है एयर आज भी आशा है कि वे खेल के क्षेत्र में नई प्रतिभाओं को तरासेंगे। खेल कूद प्रतियोगिता में महापौर श्रीमती अनिता शर्मा ने बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर पुरुस्कृत भी किया। खेल कूद प्रतियोगिता में भारतीय महाविद्यालय व डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स एकेडमी का विशेष सहयोग रहा। इसके अतिरिक्त नीलम गुप्ता, संजना, प्रिया, वसीम, रोबिन व हीरा का सहयोग भी रहा। सीनियर एथलीट में प्रीति सैनी व विनीत सैनी रहे। कबड्डी में मनोज मलिक, संजय अरोड़ा व राजकुमार का विशेष योगदान रहा।निर्णायक योग में शिवांशी दीक्षित, नेहा सैनी व सुनैना शर्मा का विशेष योगदान रहा।