बागेश्वर जिले के दुग-नाकुरी तहसील में बीते बुधवार की रात से लगातार बारिश हो रही है। जिला मुख्यालय पर सुबह एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई। उसके बाद मौसम खुल गया। नदी किनारे लोग रेता, बजरी और मछली आखेट करने निकल पड़े। एकाएक सरयू का जलस्तर बढ़ गया। जिससे अफरातफरी मच गई। चार मजदूर नदी के बीच में फंस गए। उन्हें पुलिस और फायर की टीम ने रेस्क्यू किया।सरयू नदी पर बागनाथ मंदिर के समीप बना नगर पालिका अस्थाई पुल भी आधा बह गया है। मई माह में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है। नदी का पानी गंदा होने से पेयजल किल्लत भी शुरू हो गई है और अब सरयू नदी एकाएक उफान पर आ गई। विकास भवन के सामने नदी से रेता निकाल रहे चार मजदूरों की जान पर बन आई। उन्होंने नदी के बीच में बने टापू में जाकर अपनी जान बचाई।मजदूरों को संकट में देख आसपास के लोगों ने इसकी जानकारी दमकल को दी। सूचना के बाद दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने रेस्क्यू अभियान चलाकर मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला।
पुलिस ने नदी किनारे कपड़े धोने, मछली मारने और रेता-बजरी निकालने वालों को भी खदेड़ा दुग नाकुरी क्षेत्र में लगातार बारिश होने के कारण सरयू का जलस्तर बढ़ने लगा है।सरयू नदी किनारे अतिक्रमण कर लोगों ने मकान, दुकान आदि बना लिए हैं। बारिश के दिनों में नदी का जलस्तर बढ़ने से मकानों पर खतरा मंडारने लगता है। अब नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद लोग भयभीत होने लगे हैं। बागेश्वर के एसडीएम हर गिरी ने बताया कि नदियों की तरफ जाने से लोगों को रोका जा रहा है। सावधानी बरतने को कहा गया है। जल पुलिस भी तैनात की गई है(GS)