महिला मेलाधिकारी की नियुक्ति पर संतों ने जताया आभार; स्थायी लीज पर ज़मीन की मांग
हरिद्वार। आगामी कुंभ मेले की तैयारियों के संबंध में मेलाधिकारी सोनिका सिंह और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने बैरागी कैंप स्थित अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े का दौरा किया। उन्होंने अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज और अन्य बैरागी संतों से कुंभ मेले की व्यवस्थाओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कुंभ मेले के इतिहास में पहली बार किसी महिला को मेलाधिकारी नियुक्त करने के लिए उत्तराखंड सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के ‘मातृशक्ति अभियान’ को बढ़ावा देने वाला कदम बताया।
प्रमुख मांगें और सुझाव:
- स्थायी लीज पर ज़मीन: संतों ने उत्तराखंड सरकार से तीनों वैष्णव अनी अखाड़ों को स्थाई तौर पर लीज पर ज़मीन उपलब्ध कराने की मांग की ताकि बैरागी संतों के लिए स्थायी संत निवास का निर्माण हो सके और हर बार कुंभ में होने वाली अव्यवस्थाओं से बचा जा सके।
- समय पूर्व कार्य: महंत रघुवीर दास एवं महंत बिहारी शरण महाराज ने कहा कि कुंभ मेला भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा महापर्व है। उन्होंने सभी अधिकारियों की समय से पूर्व नियुक्ति कर संतों की मूलभूत सुविधाओं के कार्यों को दिव्य एवं भव्य रूप से पूर्ण करने पर ज़ोर दिया।
- महिला मेलाधिकारी पर विश्वास: महंत सूरज दास महाराज ने विश्वास व्यक्त किया कि महिला मेलाधिकारी सोनिका सिंह कुंभ मेले की व्यवस्थाओं को समय से पूर्ण कर मेले को ऐतिहासिक रूप से संपन्न कराएंगी।
प्रशासन का आश्वासन:
मेलाधिकारी सोनिका सिंह ने संतों को आश्वासन दिया कि सरकार और संतों के समन्वय से कुंभ मेले को दिव्य और भव्य रूप से संपन्न किया जाएगा।
इस दौरान अपर मेलाधिकारी दयानंद सरस्वती, हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण सचिव मनीष सिंह एवं एसपी सिटी अभय प्रताप सिंह भी उपस्थित थे और उन्होंने संतों से चर्चा की।










