40 वर्ष से ना हमें बिजली मिली ना मिला पानी – श्री नरेंद्र मोदी
हल्द्वानी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को हल्द्वानी के एमबी इंटर कॉलेज में उत्तराखंड को 17500 करोड़ के विकास योजनाओं की सौगात दी। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने बिना विपक्ष के किसी नेता का नाम लिए जमकर हमला बोला। साथ ही डबल इंजन की सरकार में प्रगति के रास्ते पर चल रहे उत्तराखंड के विकास का खाका भी रखा। पीएम ने युवा, जवान, किसान के लिए हो रहे काम को अपने भाषण के केन्द्र में रखा। वहीं टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, आलवेदर रोड को लेकर हो रहे काम को ऐतिहासिक बनाया।
पी एम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत कुमाऊंनी मै की। कहा के उत्तराखंड में बढ़ रहा आधुनिक स्ट्रक्चर, चार धाम महापरियोजना, हाइड्रो परियोजना, टूरिज्म में बढ़ रहा आकर्षण, प्राकृतिक खेती, हर्बल उत्पाद आदि इसे उत्तराखंड का दशक बनाएंगे। हिमालय की ताकत को सब जानते हैं। यहां से कई धाराएं निकलती हैं। दूसरी ओर प्रदेश में एक धारा है जो पहाड़ को विकास से वंचित रखना चाहती है। दूसरी धारा विकास करना चाहती हैं। पहली धारा वालों ने पहाड़ में विकास नही किया।
पीएम ने कहा कि आज हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास के मंत्र के साथ सबको आगे ले जा रही है। आज किच्छा में एम्स ऋषिकेश के सेटेलाइट सेंटर व पिथौरागढ़ में जगजीवन राम अस्पताल की नींव रखी है। इनके खुलने से स्वास्थ्य सेवाओं में अभूतपूर्व बढ़ोतरी होगी। 1200 किमी लंबी सड़कों को गति मिलेगी। आपको सुविधा से वंचित रखने वालों को सबक मिलेगा। हमने टनकपुर-पिथौरागढ़ के लिए आलवेदर सड़क बनाई है।
टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन का सर्वे हो रहा है ताकि जल्द काम शुरू हो। आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन बन रही है कल बागेश्वर-टनकपुर भी बनेगी। हमने यहां संकल्प शिलाएं लगाई हैं। उत्तराखंड गठन के 20 साल पूरा कर चुका है। प्रदेश को ये जो लोग लूटना चाहते हैं। सोचते हैं हमारी जेब भरी रहे। उनकी सोच थी उनकी सरकार किसी भी तरह बची रहे। उन्होंने आपको अभाव दिया।
हम दिन रात सुविधा देने के लिए काम कर रहे हैं। माताएं, बहनों व बेटियों ने अभाव को ज्यादा झेला था। पानी के लिए सबसे ज्यादा परेशान रहती थी। हमने हर घर जल हर घर नल से सबको जोड़ा है। देश के पांच करोड़ परिवारों को नल दिया है । आज उत्तराखंड के सभी 13 जिलों के लोगों को जल जीवन मिशन की सौगात दी है।
जब हम किसी ऐतिहासिक पल पर जाते हैं तो पूछा जाता है कि कब बनी योजना। हम पूछते है कि ये प्रोजेक्ट कब से अधूरा है। डेढ़ दशक से, चार चार दशक से। हल्द्वानी के लोगो को शायद ही याद हो कि जमरानी बांध के बारे में 1976 में सोचा गया। आज हमने इस पर काम शुरू कराया है। बताइए कि ये गुनाह है कि नही। (जनता से पूछा) आवाज आई.. है ऐसा गुनाह करने वालों को सजा मिलनी चाहिए कि नहीं..मिलनी चाहिए । ऐसे गुनाह करने वालों को भूल जाओगे क्या, माफ कर दोगे क्या नहीं.. हमने विकास किया है या नही किया है..भाइयो व बहनो—मैं ठीक कर रहा हूं। आप उनको ठीक कीजिये। अगर वो आपसे प्यार करते तो ये योजना 42 साल से लटकी रहती क्या? परिणाम यह हुआ कि न तो हमें बिजली मिली न पानी।
भारत आज अपने पर्यावरण की रक्षा भी कर रहा है। हम सरप्लस बिजली बनाएंगे। ये बिजली अस्पताल, कॉलेज व हर घर को मिलेगी। गंगोत्री से गंगासागर तक नदी में गिरने वाले नालों को रोक रहे हैं। आज भी हमने नैनीताल, ऊधम सिंह नगर के लिए एसटीपी का लोकार्पण किया है। किसी भी देश मे जब तक सहूलियत न हो वहां टूरिज़्म कभी नही बढ़ सकता। आज सड़कें चौड़ी हो रही है। रोपवे बढ़ रहे हैं रेल मार्ग बढ़ रहे हैं। ये सब सुविधा पर्यटकों को आकर्षित करेंगी। जब केदारपुरी में सुविधा बढ़ी तो श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी। कुमाऊँ में जागेश्वर व बागेश्वर में भी सुविधा बढ़ाई है।
आज जितना केंद्र जितना खर्च कर रहा है उतना पहले कभी नही हुआ। आज यहां तमाम योजनाएं रोजगार के अवसर बढ़ा रही है। मुद्रा योजना में बिना बैंक गारंटी लोन दे रहे हैं। गरीब व मध्यम वर्ग के लिए हमने बैंकों के दरवाजे खोल दिये हैं। उत्तराखंड के सुगंधित उत्पादो के लिए देश दुनिया मे बड़ा बाजार है। काशीपुर के अरोमा पार्क से रोजगार का सृजन होगा। आज दिल्ली व देहरादून में सेवा भाव वाली सरकारें हैं। पहले चलने वाली सरकारों ने हर क्षेत्र को अनदेखा किया। वन रैंक वन पेंशन के लिए, आधुनिक हथियारों के लिए, सेना को अधिकार देने में इन्होंने इंतज़ार ही कराया। डबल इंजन की सरकार पर आपका विश्वास व आशीर्वाद हम पर बना रहेगा(gs)