*कुछ छिटपुट मामलों को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न*
उत्तराखण्ड की पाचवी विधानसभा के लिए हुये आमचुनाव के तहत जनपद हरिद्वार की सभी 11 विधान सभा सीटों मतदान छिटपुट वाद विवाद के बीच सकुशल सम्पन्न हो गया। कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया। इसके साथ ही चुनाव मैदान में उतरे सभी 11विस सीटों पर राजनीतिक भाग्य आजमा रहे 110 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम मशीन में कैद हो गया है। मतदान सम्पन्न होने के बाद देर रात तक पोलिंग पार्टियां भेल परिसर स्थित शिवडेल स्कूल में ईवीएम, वीवीपेट तथा चुनाव संबंधी दस्तावेज जमा कराते रहे। शिवडेल स्कूल में चैतरफा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सोमवार को जनपद के 1729 बूथों पर सुबह आठ बजे से मतदान शुरू होकर शाम 6 बजे तक चला। हलांकि कई बूथों पर मतदाताओं की लम्बी कतारे लगें होने के कारण मतदान प्रक्रिया जारी रहा। जबकि शाम 5 बजे तक जिले में 70.40 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। देर रात तक मतदान कर्मियों द्वारा स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीन लाने का काम जारी रहा। कई स्थानों पर समापन के निर्धारित समय पांच बजे के बाद भी मतदाताओं की लंबी कतार लगी रही। शाम सात बजे तक भी देहात में कुछ स्थानों पर मतदान हुआ। सोमवार को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होते ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वारनंद समेत 110 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। अब सभी की निगाहें 10 मार्च को आने वाले चुनाव के परिणाम की तरफ लग गई है। मतदान सम्पन्न कराने के बाद डीआईजी योगेंद्र सिंह रावत के अनुसार शिवडेल स्ट्रांग रूम में चैबिसों घंटे दो प्लाटून पैरामिलेट्री फोर्स की तैनाती की गई है। शिवडेल स्कूल को चैतरफा बेरीकेडिंग तक सील कर दिया गया है। डीआईजी-एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पूरे जिले मे निष्पक्ष और सकुशल चुनाव सम्पन्न हुआ है। पुलिस फोर्स पूरी तरह से अलर्ट थी। उन्होंने बताया कि देहात क्षेत्रों में कुछ जगह पर विवाद हुआ था लेकिन मतदान केंद्रों से बहुत दूर विवाद हुए हैं। बताया कि पूरे पुलिस फोर्स ने सकुशल मतदान सम्पन्न कराया है, इसके लिए सभी बधाई के पात्र है। बताया कि पोलिंग पार्टियों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। भेल के सेक्टर एक में शिवडेल स्कूल में बने स्ट्रांग रुम में भी सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए है।
*मदन कौशिक को और सतपाल ब्रह्मचारी जब भी हुए आमने सामने*
*भाजपा कांग्रेस समर्थको के बीच जमकर हंगामा,पुलिस ने कराया मामला शांत*
उत्तराखण्ड के पांचवी विधानसभा के लिए सोमवार को हुये आमचुनाव के दौरान शहरी विस सीट पर उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में एसडी इंटर कालेज मतदान केंद्र में भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक और कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रह्मचारी के आमने सामने आने पर जमकर हंगामा हुआ। दोनों ही प्रत्याशियों के समर्थक एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उलझते रहे। एक-दूसरे पर दोनों ही दलों के लोग आरोप मढ़ते रहे। वहीं सूखी नदी खड़खड़ी के पास भाजपाइयों-कांग्रेसियों के उलझने पर पुलिस को लाठियां फटकार कर खदेड़ना पड़ा। श्मशान घाट मार्ग पर एसडी स्कूल में बने मतदान केंद्र में भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक के पहुंचने को लेकर कांग्रेसियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। कांग्रेसियों ने भाजपाइयों पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया। कांग्रेसी भी एकत्र होकर सीधे मतदान केंद्र के अंदर घुस गए। इधर, जानकारी मिलने पर कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रह्मचारी भी तुरंत समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद दोनों ही प्रत्याशी आमने-सामने आ गए। मतदान केंद्र के अंदर से दोनों प्रत्याशी जब बाहर निकले तब भारी संख्या में साथ में चल रहे समर्थकों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते तनाव का माहौल बन गया, लेकिन दोनों ही प्रत्याशी अलग-अलग दिशाओं की तरफ रवाना हो गए। दोनों प्रत्याशियों का आमना सामना होने के बाद सूखी नदी खड़खड़ी के पास दोनों के समर्थक एकत्र होकर एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आस्तीनें चढ़ाते रहे। हंगामा होने पर एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार, सीओ सिटी शेखर सुयाल, शहर कोतवाली प्रभारी राकेंद्र कठैत भी फोर्स के साथ पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों ने पहले तो उन्हें समझाना चाहा, लेकिन जब कोई नहीं माना तब पुलिस ने लाठियां फटकार कर दोनों ही दलों के लोगों को दूर तक खदेड़ दिया, जिसके बाद ही माहौल सामान्य हुआ। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार के अनुसार मतदान केंद्र के बाहर दोनों दलों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए थे। नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत किया गया। वही दूसरी ओर मध्य हरिद्वार के एसएमजेएन कालेज कैंपस में बने मतदान केंद्र के बाहर कांग्रेस-भाजपा के कार्यकर्ता किसी न किसी बात को लेकर आपस में दिन भर उलझते रहे। एक बार तो टकराव होते-होते टल गया। गनीमत रही कि मारपीट की नौबत नहीं आई। सेक्टर मजिस्ट्रेट नरेश चौधरी ने स्थिति को बमुश्किल संभाला, तब कहीं जाकर दोनों दलों के समर्थक शांत हुए।