बहादराबाद में छठ घाट नहीं होने के चलते परेशान है पूर्वांचल के लोग
बरसों से जान जोखिम डाल कर छठ पर्व मना रहे हैं, पुर्वांचल वासी
हरिद्वार। बहादराबाद में गंग नहर पुल के समीप पक्का घाट नहीं होने के चलते पूर्वांचल के लोगों को छठ पर मनाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जान जोखिम में डालकर लोग छत पर मनाने के लिए घाटों पर लूटते हैं। ऐसे में पूर्वांचल उत्थान संस्था के सदस्यों ने उत्तराखंड सरकार से जल्द ही छठ घाट का निर्माण कराने की मांग की है।
लोक आस्था का पर्व छठ पर्व पुर्वांचल समाज के लोग बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाते हैं। तीन दिन तक चलने वाले पर्व में भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सुबह और शाम गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है। वैसे तो तीर्थ नगरी हरिद्वार के प्रत्येक गंगा घाटों पर श्रद्धालु छठ का पर्व मंजू है। लेकिन सिडकुल, बीएचईएल शिवालिक नगर, बहादराबाद क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए कोई घाट मौजूद नहीं है। मजबूरन लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर गंगनहर पुल के समीप कच्चे घाट पर छठ पर्व मनाना पड़ रहा है।ऐसे में सदैव अनहोनी का खतरा बरकरार रहता है। पूर्वांचल समाज गंगनहर पुल के समीप पक्का छठ घाट के निर्माण को लेकर वर्षों से संघर्ष कर रहा है। पूर्वांचल उत्थान संस्था की ओर से छठ घाट की मांग को लेकर हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वर्तमान नगर विधायक मदन कौशिक, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौड़, नगरपालिका परिषद शिवालिक नगर के चैयरमेन राजीव शर्मा व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के दरबार में गुहार लगाई। सभी लोगों ने
लोगों की मांग पर चैयरमेन राजीव शर्मा ने बकायदा सीएम धामी को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया। इसके उपरांत माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गत वर्ष छठ महापर्व के दौरान घाट का शिलान्यास कर लोगों की उम्मीदों को परवान चढ़ा दिया। लेकिन एक साल बाद फिर छठ पर्व की तिथि नजदीक आ गई है। लेकिन छठ घाट निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। हालांकि इस साल चुनावी कार्यक्रम होने के चलते विलंब होना स्वाभाविक था। किंतु अब धामी जी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार चला रहे हैं। ऐसे में छठ घाट का निर्माण करा करवाकर समाज के लोगों पर उपकार कर सकते हैं। पूर्वांचल उत्थान संस्था सदैव सिंह सीएम धामी सहित सभी का ऋणी रहेगा। छठ घाट की मांग करने वालों में वरिष्ठ समाजसेवी एवं भाजपा नेत्री रंजीता झा, सीए आशुतोष पांडेय, बीएन राय, राकेश शर्मा, प्रशांत राय, अतुल राय, कृष्णानंद राय, वीके त्रिपाठी, अनिल झा, नरेश झा, अरविंद कुशवाहा, एडवोकेट, संतोष पांडेय, संतोष कुमार, प्रमोद पटेल, कृष्ण कुमार यादव, गौरव यादव, सहित बड़ी संख्या में पूर्वांचल समाज के लोग शामिल हैं।