एतराज: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बयान में 21वीं सदी का कौरव किसे कहा?, वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने भेजा नोटिस

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“खाकी हाफ पेंट पहनते हैं, हाथ में लाठी लिए होते हैं और शाखा लगाते हैं और दो तीन लोग सबसे अमीर अरबपति लोग कौरवों के साथ खड़े हैं”

राहुल गांधी कुरुक्षेत्र हरियाणा में आर एस एस को 21वीं सदी का कोरव बताते हुए बयान देने पर, कि आरएसएस के लोग जो कि आज के कोरव है ,खाकी हाफ पेंट पहनते हैं, हाथ में लाठी लिए होते हैं और शाखा लगाते हैं और दो तीन लोग सबसे अमीर अरबपति लोग कौरवों के साथ खड़े हैं ,इसके अतिरिक्त राहुल गांधी ने अपने बयान में भारत देश को तपस्वियों का बताया और पुजारियों का ना होना बताया, जिस पर हरिद्वार के कमल भदौरिया जिला महामंत्री अखिल क्षत्रिय महासभा व मनोज गुप्ता सदस्य आरएसएस ,अरुण भदोरिया एडवोकेट ने राहुल गांधी को कानूनी नोटिस भेजा है।कि आपने आरएसएस की तुलना कौरवों के साथ की है और उन नोटिस में यह भी बताया गया कि आपने जो पढ़ाई की है उस पढ़ाई के नाते आपको कौरवों और पांडवों के युद्ध की पूरी जानकारी है , कि महाभारत में कौरवों का क्या अहम घिनौना कृत्य रहा है ,साथ ही पुजारी व्यक्ति की भी जानकारी नोटिस में दी गई कि पुजारी वह व्यक्ति होता है जो परमात्मा की आराधना करता है। राहुल गांधी ने मंदिर के पुजारियों के द्वारा भगवान की आराधना की। इसके बावजूद राहुल गांधी ने पुजारियों के महत्व को जानने के बावजूद पुजारियों का जानबूझकर अपमान किया। पुजारियों का अर्थ भी नोटिस में बताया गया है कि पूजा करने वाला व्यक्ति देव तुल्य मानकर भक्ति करने वाला व्यक्ति होता है जिनके माध्यम से राहुल गांधी ने मंदिरों में जाकर अपना मत्था टेका है और पुजारियों के द्वारा भगवान की पूजा कराई है ,इसके बावजूद राहुल गांधी द्वारा आरएसएस को कोरवो से तुलना करना और पुजारियों के अपमान करने के कारण नोटिस देने वालों ने अपने साथ-साथ देशवासियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है और नोटिस में 1 सप्ताह के भीतर भीतर समस्त देशवासियों से राहुल गांधी को यह कहा गया है कि वह अपने उपरोक्त बयान की बाबत क्षमा याचना करें और भविष्य में इस बयान की पुनरावृति ना दें इस बाबत में लिखित में दें अन्यथा सक्षम न्यायालय में सक्षम वाद दायर करने की चेतावनी भी दी गई है ।