गंगा का जलस्तर बढ़ने से शिव पुल पर मची भगदड, 10 यात्री गंगा में कूदे- डूबने,बहने की संभावना

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राहत व बचाव कार्य जारी

हरिद्वार: चारधाम यात्रा के दौरान प्राकृतिक आपदा की घटना घटित होने पर त्वरित राहत एवं बचाव कार्याे को अमल में लाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग एवं उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वाधान में बृहस्पतिवार को जनपद हरिद्वार में मॉक अभ्यास किया गया।
जनपद स्तर पर चारधाम यात्रा व्यवस्था की तैयार हेतु आयोजित मॉक अभ्यास घटनाक्रम में 09ः35 बजे पुलिस कंट्रोल रूम से प्राप्त सूचना अनुसार जनपद हरिद्वार में नदी का जलस्तर बढ़ने से शिव पुल पर अत्यधिक भीड़ के कारण भगदड की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। भगदड़ में कुछ तीर्थयात्रियों के गम्भीर रूप से घायल होने तथा 10 तीथयात्रियों के नदी छलांग लगाने से डूबने-बहॅने की सम्भावना है,

09ः36 बजे आपदा कंट्रोल रूम से घटना की सूचना रेस्पोन्सिबल आफिसर, उप रेस्पोन्सिबल आफिसर, इन्सिडेन्ट कमान्डर, आपरेशन/प्लानिंग/लाजिस्टिक सेक्शन चीफ अपर जिलाधिकारी, प्रभारी अधिकारी, उपजिलाधिकारी व आई0आर0एस0 सिस्टम के तहत नामित अधिकारियों एवं राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र, देहरादून को दी गयी।
09ः37 बजे रेस्पोन्सिबल आफिसरने आई0आर0एस0 के अधिकारियों की बैठक हेतु निर्देश दिये।

09ः37 बजे सूचना प्राप्त होते हुए सी0सी0आर0 में स्थापित सॉयरन के माध्यमसे सभी को अलर्ट किया गया । घटना स्थल पर पुलिस द्वारा पब्लिक एडरेस सिस्टम के द्वारा तीर्थयात्रियों को संयम/धैर्य रखने की सूचना प्रसारित की गयी।
09ः38 बजे आई0आर0एस0 के अधिकारियों की आपातकालीन बैठक हेतु जिला कार्यालय, रोशनाबाद में स्थापित सॉयरन को बजाकर अधिकारियों को सूचित किया गया ।
09ः40 बजे रेस्पोन्सिबल आफिसर, उप रेस्पोन्सिबल आफिसर, इन्सिडेन्ट कमान्डर, आपरेशन चीफ सहित आई0आर0एस0 सिस्टम के अधिकारियों की आपातकालीन बैठक आहूत की गयी।
बैठक में भगदड की स्थिति पर चर्चा व नियंत्रण हेतु पर्याप्त पुलिस फोर्स, पी0ए0सी0, जल पुलिस, एस0डी0आर0एफ0 आदि की तैनाती तथा आई0आर0एस0 सिस्टम को सक्रिय किये जाने के साथ ही कार्यवाही के निर्देश दिये गये।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा हरकी पैड़ी क्षेत्र में तैनात पुलिस बल को भगदड नियंत्रण हेतु चौनल गेट 1, 2 , 3, 4 को खोलने के निर्देश दिये।
09ः42 बजे पुलिस द्वारा सी0सी0आर0से शिव पुल-हर की पैडी रास्ते को बन्द कर भीड को रोडीबेलवाला मैदान तथा गुजरावाला चौक/बाल्मिकी चौक पर बैरियर लगाकर भीड को चण्डीचौक/टिबडी की ओर डायवर्ट किया गया।
09ः43 बजे आपदा कंट्रोल रूम से सभी विभागों व फोर्स को मय टीम व उपकरण सहित स्टेजिंग एरिया में पहंुचते हुए स्टेजिंग एरिया को सक्रिय किये जाने के निर्देश दिये गय।
09ः48 बजे विभागीय अधिकारी, पुलिस, पी0ए0सी0, जल पुलिस, फायर ब्रिगेड, मेडिकल टीम, एस0डी0आर0एफ0, एन0डी0आर0एफ0 को मय उपकरण सहित स्टेजिंग एरिया में पहंुचने के निर्देश दिये गये ।
09ः50 बजे विभागीय अधिकारी, पुलिस, पी0ए0सी0, जल पुलिस, फायर ब्रिगेड, मेडिकल टीम, एस0डी0आर0एफ0, एन0डी0आर0एफ0टीम मय उपकरण सहित स्टेजिंग एरिया में पहंुचते हुए स्टेजिंग एरिया मैनजर को रिपोर्ट किया गया।
09ः53 बजे प्दबपकमदज ब्वउउंदकमत द्वारा तहसीलदार, भगवानपुर के नेतृत्व में पुलिस के 10 जवान, पी0ए0सी0 के 04 जवान, जल पुलिस के 03 जवान, मेडिकल टीम03 एम्बुलेन्स सहित, 01 वॉयरलेस सेट (02 रेडियो ऑपरेटर सहित) तथा फायरटेण्डर मय 04 सदस्य टीम सहित ज्ंेा थ्वतबम.1 गठित कर स्टेजिंग ऐरिया से घटना स्थल की ओर रवाना किया गया ।
09ः56 बजे ज्ंेा थ्वतबम.1 घटना स्थल शिवपुल पर पहुंच कर भगदड की स्थिति व कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया तथा लाउड स्पीकर के माध्यम से शिवपुल पर फंसे तीर्थयात्रियों को संयम बरतने का अनुरोध किया गया । तत्पश्चात राहत-बचाव का कार्य प्रारम्भ किया गया।
09ः58 बजे गंगनहर में जलस्तर ज्यादा होने के कारण यू0पी0 हैडवर्क्स को गंगनहर में पानी कम करने हेतु आर0टी0 सूचना प्रेषित की गयी ।
10ः00 बजे गंगनहर में पानी का जलस्तर कम होने पर पी0ए0सी0 फ्लड रेस्क्यू टीम, जल पुलिस व आपदा मित्र स्वयं सेवकों के गोताखोरों द्वारा गंगनहर में डूबे तीर्थ यात्रियों की खोजबीन का कार्य प्रारम्भ किया गया।
10ः02 बजे राहत-बचाव टीम द्वारा भगदड़ की घटना में गम्भीर रूप से 11 घायलों का रेस्क्यू तथा मामूली रूप से घायल 27 तीर्थयात्रियों को बचाया गया ।
10ः03 बजे स्वास्थ्य टीम द्वारा भगदड की घटना में गम्भीर रूप से घायल 11 तीर्थयात्रियों को घटना स्थल पर प्राथमिक उपचार देते हुए एम्बुलेन्स द्वारा जिला चिकित्सालय रेफर किया गया तथा मामूली रूप से 27 घायल तीर्थयात्रियों का उपचार घटनास्थल पर किया गया।
10ः05 बजे पी0ए0सी0 व जल पुलिस टीम द्वारा गंगनहर में डूबते हुए 02 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बचाया गया।
10ः06 बजे घटना की मिनट टू मिनट की सूचना रेस्पोन्सिबल आफिसर, उप रेस्पोन्सिबल आफिसर, इन्सिडेन्ट कमान्डर को आपदा कंट्रोल रूम से दी जाती रही।
रेस्पोन्सिबल आफिसर द्वारा इन्सिडेन्ट कमान्डर को भगदड व कानून व्यवस्था के नियंत्रण हेतु अन्य टास्क फोर्स भेजने हेतु निर्देशित किया गया ।
10ः07 बजे इन्सिडेन्ट कमान्डर द्वारा स्टेजिंग एरिया मैनेजर को अतिरिक्त टास्क फोर्सघटना स्थल पर भेजने के निर्देश दिये गये।
10ः08 बजे आपदा कंट्रोल रूम से घटना स्थल पर जारी राहत-बचाव कार्य के सम्बन्ध में सूचना राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र देहरादून को दी गयी।
10ः10 बजे स्टेजिंग एरिया से पुलिस के 05 जवान, पी0ए0सी0 के 04 जवान, जल पुलिस के 03 जवान, मेडिकल टीम, एस0डी0आर0एफ0 के 02 जवान, एन0डी0आर0एफ0 के 10 जवान, सी0आई0एस0एफ0 के 05 जवान, 20 विभागीय अधिकारी/कार्मिकों सहित ज्ंेा थ्वतबम.2 गठित कर घटना स्थल की ओर रवाना किया गया ।
10ः20 बजे तीर्थयात्री श्री महाबीर सिंह द्वारा 112 आपातकालीन सेवा को प्रेमप्रकाश आश्रम, निकट पावन धाम में हुई अग्निकाण्ड घटना की सूचना दी गयी ।
10ः21 बजे ज्ंेा थ्वतबम.2 पी0ए0सी0 फ्लड रेस्क्यू टीम, जल पुलिस के गोताखोर टीम द्वारा भगदड की घटना में गंगनहर में डूबे अन्य 02 और तीर्थयात्रियों को बचाया गया।
06 अन्य तीर्थयात्रियों ने नदी में स्वयं तैरकर अपनी जान बचायी।
10ः22 बजे 112 आपातकालीन सेवा द्वारा फायर ब्रिगेड, पुलिस कंट्रोल रूम, आपदा कंट्रोल रूम को आवश्यक कार्यवाही हेतु सूचना अग्रसारित की गयी ।
10ः23 बजे आपदा कंट्रोल रूम से घटना की सूचना रेस्पोन्सिबल आफिसर, उप रेस्पोन्सिबल आफिसर, इन्सिडेन्ट कमान्डर, आपरेशन चीफ सहित आई0आर0एस0 सिस्टम तथा फायर ब्रिगेड को अग्रसारित की गयी।
10ः25 बजे जिला आपातकालीन परिचाल केन्द्र में आपातकालीन बैठक के दौरान रेस्पोन्सिबल आफिसर द्वारा अग्निकाण्ड की घटना में राहत-बचाव कार्य हेतु तत्काल स्टेजिंग एरिया से फायर ब्रिगेड, पुलिस, एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 आदि की टीम भेजने के निर्देश दिये गये।
10ः26 बजे राहत-बचाव टीम द्वारा भगदड़ की घटना को नियंत्रित करते हुए 19 गम्भीर व 25 मामूली रूप से घायल तीर्थयात्रियों को घटना स्थल से सुरक्षित निकाला गया।
10ः26 बजे स्वास्थ्य टीम द्वाराघटना स्थल पर गम्भीर व मामूली रूप से घायल व्यक्तियों का उपचार किया गया तथा 19 गम्भीर घायलों को स्वास्थ्य विभाग व रेडक्रास के एम्बुलेन्स द्वारा उपचार हेतु जिला चिकित्सालय रेफर किया गया।
10ः27 बजे 38 तीर्थयात्रियों को बसों द्वारा रिलीफ सेन्टर (भल्ला इण्टर कॉलेज) में लाया गया, जहां पर उन्हें भोजन, पानी, बिस्तर आदि की सुविधा उपलब्ध करायी गयी ।
10ः28 बजे मेडिकल बुलेटिन में भगदड की घटना में गम्भीर रूप से सभी घायल तीर्थयात्रियों की स्थिति सामान्य है तथा वे खतरे से बाहर हैं।
10ः29 बजे राहत-बचाव टीम द्वारा शिव पुल पर घटित भगदड की घटना पर काबू पा लिया गया तथा स्थिति सामान्य व नियंत्रण में है। राहत-बचाव टीम द्वारा स्टेजिंग एरिया को रिपोर्ट किया गया ।
10ः30 बजे ज्ंेा थ्वतबम.3 तहसीलदार लक्सर के नेतृत्व में फायर ब्रिगेड के 18 जवान, एन0डी0आर0एफ0 के 14 जवान, एस0डी0आर0एफ0 के 05 जवना, मेडिकल टीम मय 03 एम्बुलेन्स, तहसील हरिद्वार, रेडक्रास के 15 व एन0एस0एस0 के 05 स्वयंसेवकों की टीम गठित कर घटना स्थल को रवाना किया गया ।
10ः33 बजे राहत-बचाव टीम द्वारा घटना स्थल प्रेम प्रकाश आश्रम, पावन धाम रोड पर पहंुची। सर्वप्रथम राहत-बचाव टीम द्वारा विद्युत विभाग को विद्युत सप्लाई बंद करने हेतु कहा गया । विद्युत सप्लाई बंद होते ही राहत-बचाव कार्य प्रारम्भ किया गया ।
10ः35 बजे ज्ंेा थ्वतबम.3 टीम लीडर ने बताया कि शॉर्ट सर्किट होने के कारण अग्निकाण्ड की घटना घटित हुई है।
10ः38 बजे इन्सीडेन्ट कमाण्डर द्वारा ज्ंेा थ्वतबम.3 टीम लीडर को आसपास के भवन को खाली कराये जाने के निर्देश दिये गये। टीम द्वारा आसपास के भवनों को सुरक्षित खाली कराया गया ।
10ः39 बजे ज्ंेा थ्वतबम.3 के टीम लीडर द्वारा बताया गया कि आश्रम के भूतल में आग लगी है, भवन में लगभग 30 तीर्थयात्री फंसे हुए है तथा भवन दो मंजिला है । फायर टीम द्वारा फायर टेण्डर से पानी की बौछार कर आग को बुझाने का कार्य किया गया ।
10ः43 बजे फायर टीम द्वारा आश्रम में लगी आग को पूरी बुझा दिया गया। तत्पश्चात राहत-बचाव टीम द्वारा राहत-बचाव का कार्य किया गया।
10ः48 बजे राहत-बचाव टीम द्वारा अग्निकाण्ड की घटना में 24 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला गया । इसके साथ ही घटना परगम्भीर रूप से घायल 04 तीर्थयात्रियों को भी निकाला गया, जिन्हें मेडिकल टीम द्वारा एम्बुलेन्स के माध्यम से जिला चिकित्सालय रेफर किया गया ।
10ः53 बजे राहत-बचाव टीम द्वारा खोज-बचाव कार्य के दौरान भवन में 02 तीर्थयात्री मृतक अवस्था में मिलेे तथा मृतकों शवों को निकालकर उनकी शिनाख्त की गयी, किन्तु घटना स्थल पर उनकी शिनाख्त नहीं होने के कारण शव को एम्बुलेन्स द्वारा जिला चिकित्सालय के शवगृह भेजा गया ।
रिस्पॉन्सिबल ऑफिसर द्वारा समस्त घायल, मृतक तीर्थयात्रियों पहचान उपरान्त उनके परिजनों को तत्काल सूचित करने के निर्देश दिये।
11ः00 बजे राहत-बचाव टीम द्वारा खोज-बचाव कार्य पूर्ण करते हुए स्टेजिंग एरिया मैनेजर को रिपोर्ट किया गया ।
11ः10 बजे राजस्व टीम द्वारा अग्निकाण्ड की घटना में हुई क्षति का आंकलन किया गया, जिसमें आश्रम में लगभग रू0 2.00 लाख की सम्पत्ति का नुकसान होना बताया गया ।
11ः19 बजे इन्फॉरमेशन एवं मिडिया ऑफिसर द्वारा आर0ओ0 के अनुमोदन के बाद समय-समय पर पूरे घटनाक्रम की ब्रीफिंग मीडिया को की गयी ।
11ः30 बजे मॉक ड्रिल कार्यक्रम में आई0आर0एस0 सिस्टम के नामित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी, पुलिस, एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0, पी0ए0सी0, सा0आई0एस0एफ0, जल पुलिस, फायर ब्रिगेड, जल पुलिस, विकास विभाग, बी0ई0जी रूड़की, शिक्षा विभाग, विद्युत विभाग, यू0पी0हैडवर्क्स, जिला अर्थ एवं संख्या विभाग, पंचायतीराज विभाग, कृषि विभाग, पर्यटन विभाग, पूर्ति विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पशपालन विभाग, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, पेयजल, कोषागार, सिंचाई विभाग, ग्रामीण निर्माण विभाग, परिवहन विभाग, रेडक्रास, आपदा मित्र स्वयंसेवक, एन0एस0एस0, युवक मंगल दल द्वारा सामग्री यथा-जे0सी0बी0, ट्रक, एम्बुलेन्स, फायर टेण्डर, वुड कटर, आयरन कटर, राफ्ट, मोटराइज्ड राफ्ट आदि उपकरण सामग्री सहित प्रतिभाग किया गया ।
02ः00 बजे स्टेजिंग एरिया मैनेजर अपनी टीम सहित मॉक ड्रिल के डिब्रिफिंग में प्रतिभाग हेतु जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र में उपस्थित हुए ।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, एस.पी.क्राईम पंकज गैरोला, अपर जिलाधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी, अपर जिलाधिकारी पी.एल. शाह, मुख्य कोषाधिकारी रोमिल चौधरी, सीएमओ मनीष दत्त, परियोजना निदेशक के.एल तिवारी, डिप्टी कलेक्टर मनीष कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी लक्ष्मीराज चौहान, एआरटीओ रश्मि पंत, जिला अर्थ संख्या अधिकारी नलिनि घ्यानी, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत, क्षेत्राधिकारी अग्निशमन तथा जनपद के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।