दून विश्वविद्यालय में खुलेगा सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज
हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को हरिद्वार में आयोजित सद्भावना सम्मेलन में घोषणा की कि दून विश्वविद्यालय में जल्द ही सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज शुरू किया जाएगा। इस केंद्र में हिंदू सभ्यता और संस्कृति से जुड़े विभिन्न विषयों पर शिक्षण और शोध कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की प्राचीन सनातन संस्कृति “वसुधैव कुटुम्बकम” की भावना सिखाती है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्विक मंच पर साकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और समान नागरिक संहिता लागू कर सभी नागरिकों को समान अधिकार देने का प्रयास किया गया है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की भावना रखती है और भारत प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री धामी ने दी बैसाखी की शुभकामनाएं
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैसाखी के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने हरिद्वार के सप्तसरोवर स्थित श्रीसद्गुरु भूरी वाले गुरु गद्दी में मत्था टेककर प्रदेश और देश की सुख, समृद्धि व शांति की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्संग में आना परम सौभाग्य है और धार्मिक कार्यों में शामिल होने से आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है। उन्होंने बैसाखी को हर्ष, उल्लास, उत्साह और भाईचारे का पर्व बताते हुए कहा कि यह नई फसल के कटने से जुड़ा है और हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं, किसान व कृषि संस्कृति का परिचायक है। उन्होंने कामना की कि यह पर्व प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए।
जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन एवं आपदा औषधि पर दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न
हरिद्वार: पतंजलि विश्वविद्यालय में जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन एवं आपदा औषधि पर केंद्रित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला रविवार को संपन्न हुई। विश्वविद्यालय की कुलानुशासिका प्रो.डॉ. देवप्रिया ने आपदाओं को सार्वभौमिक सत्य बताते हुए विज्ञान, तकनीक और वैदिक ज्ञान के समन्वय से इनके प्रभावों को कम करने पर जोर दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में इन विषयों को शामिल करने की घोषणा भी की।
प्रति-कुलपति प्रो. मयंक कुमार अग्रवाल ने कार्यशाला के निष्कर्षों को नीति-निर्माण संस्थानों और गैर-सरकारी संगठनों को भेजने की बात कही। वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधि डॉ. आशुतोष मोहंती ने पतंजलि विश्वविद्यालय की इस पहल की सराहना करते हुए छात्रों के लिए छात्रवृत्ति, फेलोशिप और एक्सचेंज कार्यक्रमों की घोषणा की।
कार्यशाला के संयोजक प्रो. सत्येन्द्र मित्तल ने भविष्य की योजनाओं पर जानकारी दी। कार्यशाला में स्पेन, इटली, नॉर्वे और नेपाल के विशेषज्ञों सहित देश भर के विद्वानों ने अपने विचार और शोध प्रस्तुत किए। छात्रों को उनकी उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के लिए सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अनेक पदाधिकारी, संकाय सदस्य और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कांग्रेस कार्यकर्ता ने हरिद्वार में बिजली घरों की वृद्धि के खिलाफ पुतला फूंक, प्रदर्शन किया
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हरिद्वार में बिजली दरों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया और सरकार का पुतला फूंका। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव चौधरी और अन्य नेताओं ने कहा कि उत्तराखंड सरकार लगातार बिजली की दरों में वृद्धि कर रही है, जिससे जनता पर महंगाई का बोझ बढ़ रहा है। उन्होंने पिछली वृद्धि और इस साल की वृद्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि यह जनहित में नहीं है। नेताओं ने यह भी कहा कि उत्तराखंड, जो बिजली पैदा करता है, में पहले से ही अन्य राज्यों की तुलना में बिजली की दरें अधिक हैं, और अब नए ऋणों का बोझ भी जनता पर डाला जा रहा है। युवा कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि 2017 से 2025 के बीच बिजली की दरों में लगभग 45% की वृद्धि हुई है, जबकि अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ रही हैं। महिला कांग्रेस की नेता अंजू द्विवेदी ने कहा कि बिजली महंगी होने से शिक्षा और किसानों पर भी असर पड़ेगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मांग की कि बिजली दरों में वृद्धि का फैसला वापस लिया जाए। प्रदर्शन में कई कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।