पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी ने कुंभ मेला 2021 का विसर्जन कर दिया है। रविवार को विधिविधान से पूजा पाठ करने के बाद पंच परमेश्वरों ने देवताओं के साथ छावनी छोड़कर अखाड़ा में अंदर प्रवेश किया। ईष्ट देव की पूजा अर्चना के बाद भोग लगाया और कोविड-19 का पालन करते हुए सूक्ष्म रूप से आरती की। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में धर्मध्वजा की स्थापना के बाद कुंभ मेला विधि विधान से प्रारंभ हो गया था। पहले रमता पंचों ने नगर प्रवेश किया। उसके बाद पेशवाई के रूप में अखाड़े के सभी संत और नागा संन्यासियों ने छावनी में प्रवेश किया था। लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए निरंजनी अखाड़े ने कुंभ मेले का विसर्जन रविवार को कर दिया। निरंजनी अखाड़ा गणेश घाट मायापुर में कुंभ में देवता का आह्वान किया गया था जो कि रविवार को विधि-विधान से पूजा पाठ के बाद वापस निरंजनी अखाड़ा में लाए गए। इसके बाद ईष्ट देव की पूजा अर्चना कर भोग लगाकर सूक्ष्म रूप से आरती की गई। कुंभ मेले का विसर्जन करने के साथ ही धर्म ध्वजा के बंद खोलते हुए पूजा समाप्त कर दी गई है। इस अवसर पर श्रीमहंत राम रतन गिरी, श्रीमहंत दिनेश गिरी, श्रीमहंत राधे गिरी, श्रीमहंत धर्मराज भारती, श्रीमहंत नरेश पुरी, दिगंबर राजगिरी, बलवीर पुरी, राधेश्याम पुरी, गंगा गिरि, राकेश गिरी, महंत रविपुरी, महंत रामरतन पुरी आदि उपस्थित रहे।
2021-04-19