अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज के ब्रह्मलीन होने के बाद प्रयागराज में उनके रिक्त स्थान पर अध्यक्ष घोषित करने को लेकर संतों की बैठक हुई। बैठक में सात अखाड़ों के संतों की सर्वसम्मति से पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज को अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुन लिया गया। छह अखाड़ों के संतों ने मीटिंग में भाग लिया। जबकि बैरागी अखाड़े के एक श्रीमहंत ने भी पत्र लिखकर बैठक को अपना समर्थन दिया। प्रयागराज में दारागंज स्थित पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक का आयोजन किया गया। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी, श्री पंचायती आनंद अखाड़ा, श्रीपंच दशनाम अग्नि अखाड़ा, श्रीपंच दशनाम आह्वान अखाड़ा के संत बैठक में शामिल हुए। इनके अलावा अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अणी अखाड़ा के श्रीमहंत मदनमोहन दास ने अखाड़ा परिषद की बैठक को अपना समर्थन पत्र लिखकर दिया। अखाड़ा परिषद को भेजे गए पत्र में उन्होंने बताया कि उनका अनुष्ठान चल रहा है। इसलिए वह बैठक में नहीं पहुंच पाए। पत्र के माध्यम से ही उनका समर्थन मान लिया जाए। बैठक में संतों ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष को लेकर पहले विचार विमर्श किया। इसके बाद सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद पर माँ मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज के नाम की घोषणा की गई। उन्हें अध्यक्ष चुनने के बाद संतों ने फूल मालाएं पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि अध्यक्ष पद की जो जिम्मेदारी उन्हें दी गई है, उसका वह पूरे कर्तव्य और निष्ठा के साथ पालन करेंगे। अखाड़ो और संत महापुरुषों के हित को ध्यान में रखते हुए जिम्मेदारी का पालन करते हुए कार्य करेंगे। महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरी महाराज ने कहा कि श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पद पर चुना गया है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी अखाड़ा परिषद को और ज्यादा मजबूती देने का कार्य करेंगे। वह अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन बखूबी निभाएंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि, श्रीमहंत प्रेम गिरि, श्रीमहंत नारायण गिरि, महेश गिरि, आह्वान अखाड़ा से श्रीमहंत सत्य गिरि, महंत कैलाशपुरी, अग्नि अखाड़े से श्रीमहंत मुक्तानंद ब्रह्मचारी, विचित्रानंद ब्रह्मचारी, सोमेश्वरानंद गिरी, नया उदासीन अखाड़ा से मुखिया महंत भगत राम, महंत जगतार मुनि, पंचायती अखाड़ा निर्मल से श्रीमहंत रेशम सिंह, श्रीमहंत प्रेम सिंह, पंचायती आनंद अखाड़ा से श्रीमहंत शंकरानंद, श्रीमहंत गिरजानंद गिरि, महंत राजेश्वरानंद सरस्वती, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी से महंत ओंकार गिरि आदि उपस्थित रहे।
श्री महंत रवींद्र पुरी के अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष बनने की सूचना मिलने पर संतों मे खुशी की लहर, अखाड़े के संतों ने मिठाइयां बांटकर, ढोल-नगाड़े बजाकर हर्ष जताया
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष बनने से अखाड़े के संतों में हर्ष का लहर है। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी के अखाड़ा परिषद चुने जाने की सूचना मिलते ही अखाड़े के संतों ने मिठाइयां बांटकर व ढ़ोल नगाड़े बजाकर हर्ष जताया। प्रयागराज दारागंज स्थित पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में हुई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज को अध्यक्ष पद पर चुना गया। अखाड़ा परिषद के श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज अध्यक्ष बनने की जानकारी हरिद्वार में स्थित अखाड़े में पहुंची तो संत खुशी से झूम उठे। अखाड़े में उत्साह का माहौल हो गया। संतो ने जश्न मनाते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई। श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने बताया कि आठ अखाड़ों के बहुमत के साथ श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज को अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुना गया है। जिसमें से सात अखाड़े बैठक में मौजूद रहे। जबकि एक अखाड़े द्वारा पत्र भेजकर समर्थन दिया गया। उन्होंने कहा कि श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज के अखाड़ा परिषद अध्यक्ष बनने से संतों में बेहद खुशी का माहौल है। उनके हरिद्वार पहुंचने पर भव्य स्वागत करने की तैयारियां शुरू कर दी गई। महंत रविपुरी महाराज ने कहा कि उनके अध्यक्ष बनने से हर तरफ खुशी का माहौल है। इस दौरान श्रीमहंत रामरतन गिरी, महंत राधे गिरी, महंत नरेश गिरी, दिगंबर गंगा गिरी, राजेंद्र भारती, उमेश भारती, रतन गिरी, महंत रविपुरी, राजपुरी, आशुतोष पूरी, महेश गिरी, पंकज गिरी, विनोद गिरी, राकेश गिरी, संदीप अग्रवाल, टीना टुटेजा, सुंदर राठौर आदि उपस्थित रहे।