धर्म के नाम पर खाते हैं परंतु धर्म युद्ध की बारी आने पर कहीं गुफा में जाकर सो जाते हैं – स्वामी प्रबोधानंद
धर्म संसद के संयोजन में रविवार को सर्वानंद घाट पर आयोजित प्रतिकार सभा में संतों-महंतों ने सरकार, प्रशासन और अखाड़ों को जमकर कोसा। संतों ने कहा कि मकर सक्रांति पर्व पर रोक लगाकर और संतों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सरकार और प्रशासन ने पाप किया है। जिसका खामियाजा एक न एक दिन इन्हें जरूर भुगतना पड़ेगा। प्रतिकार सभा की अध्यक्षता करते हुए धर्म संसद के अध्यक्ष स्वामी प्रबोधानंद गिरी ने कहा कि जो धर्म के नाम पर खाते हैं, लेकिन जब धर्म युद्ध लड़ने की बारी आती है वो जाकर कहीं गुफा में सो जाते हैं। इसे वह कायरता ही कहेंगे। उन्होंने कहा कि अखाड़े दिशाहीन हो चुके हैं। जब तक अखाड़ों का पुनर्गठन करके धर्म युद्ध शुरू नहीं किया जाता और हमारे दो धर्म योद्धा स्वामी यति नरसिंहानंद और जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को रिहा नहीं किया जाता है, दुनिया से जेहाद का अंत नहीं किया जाता है, तब तक उनका धर्म युद्ध और सत्याग्रह इसी तरह जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जो तथाकथित हिंदुत्व के ठेकेदार बन कर बैठे हैं और संतों को बांटने का काम कर रहे हैं, आश्रम और मठ-मंदिर पर कब्जा कर रहे हैं, वह कायर नहीं तो और क्या हैं। उन्होंने कहा कि सर्वानंद घाट से जो चिंगारी उठी है वह देश भर में फैलने लगी है। धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने और महिलाओं को लेकर अमर्यादित टिप्पणी के मामले के बाद अब एक न्यूज चैनल के पत्रकार के सवाल पूछने पर बंधक बनाने का आरोप डासना (गाजियाबाद) शिव मंदिर के अध्यक्ष और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर संत यति नरसिंहानंद पर लगा है। पत्रकार की शिकायत पर शनिवार देर रात हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने संत के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। हरिद्वार में यतीनरसिंहानंद पर यह तीसरा मुकदमा है। धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के आरोपी जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की गिरफ्तारी के विरोध में उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र के सर्वानंद गंगा घाट पर अनशनरत यति नरसिंहानंद का साक्षात्कार न्यूज चैनल के दिल्ली से आए संवाददाता विनीत खरे ले रहे थे। आरोप है कि इस दौरान उनके सवाल करने से भड़के नरसिंहानंद ने उनका माइक फेंक दिया और गाली गलौच भी कर दी। आरोप है क िनरसिंहानंद ने मौके पर मौजूद संतों को उन पर हमला करने के लिए उकसाया जिसके बाद उनके साथी गौरव, राहुल के साथ धक्कामुक्की कर मारपीट की गई। यह भी आरोप है कि कैमरे, उपकरण कब्जे में लेते हुए उनके वाहन की तलाशी ली गई। आरोप है क िनरसिंहानंद और उनके साथियों ने उन्हें जबरन बंधक बनाए रखा और लगातार मारपीट करते हुए गाली गलौच की। उनका मोबाइल कब्जे में लेकर फेंककर तोड़ने की धमकी लेने लग गए। जैसे तैसे वह अपनी टीम के साथ वहां से निकलने में कामयाब रहे। कोतवाली प्रभारी कोतवाल राकेंद्र कठैत ने बताया कि पत्रकार की शिकायत पर बंधक बनाने समेत प्रभावी धाराओं में यति नरसिंहानंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।