हरिद्वार: महाशिवरात्रि के पावन पर्व के नजदीक आते ही, शारदीय कांवड़ यात्रा अपने अंतिम चरण में पहुँच गई है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि से पहले, दूर-दूर से शिवभक्त गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार पहुँच रहे हैं। हरकी पैड़ी और नमामि गंगे घाट पर कांवड़ियों का विशाल मेला लगा हुआ है। “बोल बम” के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान है, और भक्त कंधे पर कांवड़ लिए अपने गंतव्यों की ओर लौट रहे हैं।
सुरक्षा और सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम
कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए पुलिस और प्रशासन ने व्यापक व्यवस्थाएँ की हैं। नीलधारा के पास प्रकाश, पेयजल और शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए, मेला क्षेत्र को विभिन्न सेक्टरों और जोनों में विभाजित किया गया है। एसएसपी ने बताया कि कांवड़ यात्रा के अंतिम तीन दिनों में यातायात परिवर्तन योजना लागू की जाएगी और भारी वाहनों का शहर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
पुलिस की सेवा और सहयोग
पुलिस कांवड़ियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के साथ-साथ, उनकी सेवा में भी सक्रिय रूप से योगदान दे रही है। सोमवार को, थाना पथरी पुलिस ने घोंटी चौक पर एक भंडारे का आयोजन किया, जहाँ गंगाजल लेकर लौट रहे कांवड़ियों को हलवा, चना प्रसाद, चाय-पानी और फलाहार वितरित किया गया। थाना श्यामपुर पुलिस ने भी रसियाबड़ में कांवड़ियों को भोजन, पेयजल और फलाहार वितरित किया।
मुख्य बातें:
* महाशिवरात्रि से पहले कांवड़ियों की भीड़ में भारी वृद्धि।
* हरकी पैड़ी और नमामि गंगे घाट पर भक्तों का जमावड़ा।
* पुलिस और प्रशासन द्वारा सुरक्षा और सुविधा के व्यापक इंतजाम।
* यातायात व्यवस्था के लिए विशेष योजनाएँ लागू।
* पुलिस द्वारा भंडारों का आयोजन और कांवड़ियों की सेवा।
2025-02-25