स्काउट गाइड का प्रमुख उद्देश्य स्कूली बच्चों में देश प्रेम एवं सेवा की भावना जागृत करना
हरिद्वार। नार्दन इंडिया कॉलेज ऑफ एजुकेशन, हरिद्वार में भारत स्काउट और गाइड के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन किया गया। स्काउट गाइड प्रशिक्षण शिविर का आयोजन स्टेट ट्रेनर कमिश्नर बिटोपन राज बोंग फिंग व कोऑर्डिनेटर हरिद्वार गगन सैनी एवं ट्रेनर शबनम की देख-रेख में हुआ। प्रशिक्षण देते हुए स्टेट ट्रेनर कमिश्नर बिटोपन राज बोंग फिंग ने कहा कि वर्तमान समय में बालक बालिकाओं, युवक युवतियां सामाजिक जीवन से बिमुख होकर एकाकी होते जा रहे हैं। अभिभावकों का भी रुझान अधिकाधिक अंक अर्जित करवाने की ओर रहता है। फलस्वरूप युवक युवतियां शैक्षणिक योग्यता तो अर्जित कर लेते हैं, लेकिन समाजिक जीवन से अनभिज्ञ रहते हैं और जीवन उपयोगी कलाओं को भी नही सिख पाते हैं। यही कारण है कि विपरीत परिस्थितियों का दृढ़तापूर्वक सामना नही कर पाते हैं। उन्होने कहा कि निजी विद्यालयों, महाविद्यालयों, उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्र वर्ग को जीवन उपयोगी एवं जीवनरक्षक कलाओं के प्रशिक्षण से युक्त युवाओ के रूप में तैयार कर समुदाय के उत्तरदायी नागरिक के रूप में तैयार किया जा सकता है। इस कार्य हेतु स्काउट गाइड संगठन एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है। इस अवसर पर कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित व प्रमाण पत्र वितरित किए गए। सहारनपुर से पधारे शशिकांत ने मुख्य अतिथि बतौर कहा कि स्काउट गाइड का प्रमुख उद्देश्य स्कूली बच्चों में देश प्रेम एवं सेवा की भावना जागृत कर हर परिस्थिति में अपने आपको आगे बढ़ते रहने के लिए तैयार करना है। इसलिए स्कूली बच्चों को ऐसे शिविरों में आवश्यक रूप से भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे शिविरों में भाग लेने से छात्र-छात्राओं का शारीरिक मानसिक विकास तो होता ही है,साथ ही नई-नई जानकारी भी प्राप्त होती हैं। इस अवसर पर चेयरमेन हरित ने कहा कि स्काउट एवं गाइड का उद्देश्य नवयुवकों की पूर्ण शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक क्षमताओं का विकास करना है,जिससे कि वे एक जिम्मे
दार नागरिक के रूप में अपनी क्षमताओं के द्वारा योगदान कर सकें। कॉलेज के एचओडी अतुल शर्मा ने कहा कि स्काउट्स एवं गाइड्स एक स्वयंसेवी,गैर-राजनीतिक, शैक्षिक आंदोलन है,जो हर एक नौजवान को मानवता की सेवा करने का मौका प्रदान करता है,बिना किसी भी तरह के रंग, मूल अथवा जाति भेद के। इस अवसर पर राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति ट्रस्ट उत्तराखंड पश्चिम की प्रांतीय अध्यक्षा रेखा नेगी ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम करने से अंतनिर्हित प्रतिभा को निकालने का अवसर मिलेगा। उन्होने कहा कि स्काउट हमें दूसरों के लिए जीने की कला सिखाता है। देश के लिए स्काउट सुयोग्य नागरिक बनाता है। स्काउट गाइड आपातकाल व सीमित संसाधनों में कैसे अपने लिए भोजन पानी की व्यवस्था करते जिससे हमें सीख मिलती है। इस अवसर पर प्राध्यापक संजय सिंह,सोनाली गहलोत,छात्र प्रियंका कौशिक,विजयलक्ष्मी कौशिक, निधि,शिवानी,उत्कर्षा,सुमन,अंजू,अबीबा,हुमा,वंदना, कलीम,अभिषेक,रोहित,नवीन,मोहित,कदम, शशि, काजल, बृजेश एवं महेश आदि ने प्रतिभाग किया