कावड़ मेला आते ही उत्तरी हरिद्वार की विद्युत व्यवस्था हुई ध्वस्थ

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विद्युत व्यवस्था दुरुस्त न होने से होटल, धर्मशालाओं को लौटाने पड़ रहे लिए चार्ज

कुंभ मेला में करोड़ों रुपए की लागत से भूमिगत हुई विद्युत व्यवस्था चौपट

बार-बार विद्युत सप्लाई बंद होने पर कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं मिलता बिजली घर

हरिद्वार: महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने विद्युत विभाग की लापरवाही पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि एक तरफ सरकार ,सभी विभाग,प्रशासन मिलकर कावड़ मेला सकुशल सम्पन्न करवाने में जुटे है जिसको लेकर सभी विभागों की पूर्व से तैयारी रही लेकिन विद्युत विभाग की लापरहवाही स्टाफ की कमी और जिम्मेदार अधिकारियो के फोन बंद होने से कावड़ मेले में विघ्न पड़ते पड़ते बच रहा है रोजाना रात्रि बाजारों में विद्युत बाधित होने से कावड़ियो और व्यवसायियो के बीच विवाद हो रहे है जो बड़ा रूप ले सकते है होटलों धर्मशाला में विद्युत कटौती होते ही विवाद हो जाता है व्यापारियों की दुकानों पर भी विवाद हो जाता है बाजारों में भगदड़ की स्तिथि बन सकती है लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी यहां मौजूद नही होता उल्टा सरकारी नंबर बंद होते है जो कि विद्युत विभाग की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है। जहा सरकार और प्रशासन मेले की सकुशल सम्पन्न को लेकर गंभीर है वही विधुत विभाग कुंभकर्णी नींद में सो कर मेला निकलने की आस लगाए बैठा है । जिलाधिकारी को लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को तलब किया जाना चाहिए। मांग करने वालो में मुख्य रूप से महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चोरसिया, महामंत्री नाथीराम सैनी, पंकज माटा,सुनील मनोचा, प्रीत कमल ,दीपक कुमार, एस एन तिवारी, अनिल कोरी, राकेश सिंह, सोनू चौधरी,भूदेव शर्मा रहे।