स्थानीय युवाओं को उद्योगों में 70 प्रतिशत रोजगार देने की मांग को लेकर हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर बैठे राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी (आरजेपी) के नेताओं के सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह से उलझने पर पुलिस ने लाठियां फटकार कर उन्हें दूर तक खदेड़ दिया। इसके बाद ही हाईवे पर वाहनों की आवाजाही हो पाई। इसके बाद संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल को अपनी मांग से संबंधित ज्ञापन सौंप दिया। रविवार को पार्टी के संयोजक शेर सिंह राणा ने सूबे में लगी औद्योगिक ईकाइयों में 70 फीसद युवाओं की हिस्सेदारी तय करने की मांग को लेकर ऋषिकुल मैदान से चंडीघाट चैक तक वाहन रैली निकालने का ऐलान किया था। दोपहर करीब 12 बजे के आसपास पार्टी संयोजक की अगुआई में कार्यकत्र्ता ऋषिकुल मैदान में एकत्र होने लग गए थे। लेकिन, लक्सर पट्टी के ग्रामीण अंचल से आ रहे कार्यकत्र्ताओं को फेरुपुर पुलिस चैकी पर बैरियर लगाकर पुलिस फोर्स ने रोक लिया। इसकी जानकारी मिलने पर पार्टी संयोजक शेर सिंह राणा ने मौके पर मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल, सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह से कार्यकत्र्ताओं को रैली स्थल तक आने देने की बात कही। लेकिन, काफी समय बीतने पर भी जब कार्यकत्र्ताओं को नहीं आने दिया गया। तब इस बात से गुस्साए कार्यकत्र्ताओं ने ऋषिकुल पुल के पास हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर जाम लगा दिया। हाईवे पर जाम लगने से दोनों तरफ भारी-हल्के वाहनों की लंबी लाइन लग गई। सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी ने प्रदर्शनकारियों को समझाना चाहा, लेकिन वे टस से मस नहीं हुए। इधर, जाम में फंसे श्रद्धालु पर्यटक चिलचिलाती धूप होने के कारण बिलबिला उठे। करीब बीस मिनट गुजरने के दौरान प्रदर्शनकारियों को समझाते हुए सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह से आरजेपी कार्यकत्र्ताओं के उलझने पर पुलिस फोर्स ने लाठियां फटकार कर उन्हें खदेड़ दिया। इधर, लंबे जाम को खुलवाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। प्रदर्शनकारियों में पार्टी अध्यक्ष सत्यवती राणा, जिलाध्यक्ष रामनिवास राणा, धीरज राणा, यमुना नगर की रादौर विधानसभा के पूर्व विधायक श्याम सिंह, बलवंत ठाकुर, दुष्यंत सिंह, राजवीर सिंह गुर्जर, प्रणव, मोनू चैहान समेत अनेक कार्यकत्र्ता शामिल रहे।
2021-08-08