खास खबरें: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर हरिद्वार जनपद में आज कहां कहां योग शिविर आयोजित हुए, देखें पूरी खबर

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हरकी पैड़ी पर गंगा के समानान्तर बही योग की धारा, बड़ी संख्या में योग में शामिल हुये साधक

हरिद्वार। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयुष शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन एवं जिला गंगा रक्षा समिति की और से मालवीय द्वीप हरकी पैड़ी पर योग शिविर का आयोजन किया गया। योग शिविर का शुभारंभ नगर विधायक मदन कौशिक,दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष आशीष भैय्या,जिला अधिकारी धीराज सिंह गबर्याल ने दीप प्रज्वलित कर किया। जिला आयुष एवं यूनानी अधिकारी डा.स्वास्तिक ने सभी अतिथियों को पटका और रुद्राक्ष की माला पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में आयुष विभाग के योग एवं प्राकृतिक शिक्षा सहायक निधि भट्ट,एवं योग अनुदेशकों निकुंज उपाध्याय,दीपक पांडे,सुनील कुमार, प्रतिभा सैनी,अदिति वर्मा,महिमा एवं आमंत्रित योगाचार्य डा.प्रदीप खेर,डा.रुचिता उपाध्याय,योगी रजनीश एवं स्वामी अनंतानंद द्वारा सभी योग साधकों और आमंत्रित अतिथियों को योगाभ्यास कराया। कार्यक्रम में वंदे मातरम कुंज के छात्रों ने मनमोहन योग नृत्य प्रस्तुत किया। योग चैंपियन रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल की डायाचैंप विशिका द्वारा विशिष्ट योग का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नगर विधायक मदन कौशिक ने कहा कि योग हमारी प्राचीन संस्कृति का उपहार है। आज के दिन जब दुनिया के लोग अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में सम्मिलित होते हैं तो भारत का गौरव पूरी दुनिया में बढ़ता है। मुख्य अतिथि डा.आशीष गौतम ने कहा कि जिस तरह योग शरीर और मन के लिए आवश्यक है। उसी प्रकार पोषण के माध्यम से अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्न माने जाने वाले बाजरा जैसे सुपर फूड्स का उपयोग भी आवश्यक है। राष्ट्रीय आयुष मिशन के जिला नोडल अधिकारी डा.अवनीश उपाध्याय ने कहा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस वैश्विक समुदाय और हमारे जीवन में आये प्रभावों का उत्सव मनाने का दिन है। योग दिवस की थीम स्वयं और समाज के लिए योग स्वस्थ भारत के निर्माण के हमारे प्रयासों को बल देगी। जिलाधिकारी धीराज सिंह गबर्याल ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हम हरिद्वार में बड़ी धूमधाम के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव मना रहे हैं। हर की पैड़ी के मालवीय दीप पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव कार्यक्रम में देशभर से आए श्रद्धालु भी सम्मिलित हो रहे हैं,जो कि प्रशंसनीय है। मंच संचालन डा.घनेन्द्र वशिष्ठ और डा.भास्करानंद द्वारा किया गया कार्यक्रम में रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के सचिव स्वामी दयामुर्त्यानंद,स्वामी जगदीश महाराज,गन्ना विकास समिति के उपाध्यक्ष श्यामवीर सैनी ,जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल,मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.मनीष दत्त,सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान,एसडीएम मनीष सिंह,श्री कृष्णायन देसी गौरक्षाशाला एवं ऋषिकेश योगपीठ के ब्रांड एंबेसडर स्वामी अनंतानंद, योगाचार्य डा.प्रदीप खेर, योगाचार्य रजनीश, योगाचार्या डा.रूचिता उपाध्याय,डा.अवनीश उपाध्याय,डा.विक्रम रावत,डा.नवीन दास,डा.अश्वनी कौशिक,डा.दीपिका वर्मा,डा.सौरभ प्रकाश त्रिपाठी,डा.मनीष कुमार सहित अन्य जिलास्तरीय अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति और स्वयंसेवी उपस्थित रहे।

सरस्वती विद्याा मंदिर इंटर कालेज में मनाया गया योग दिवस

हरिद्वार। भेल सेक्टर-2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस द्वारा धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के शारीरिक आचार्य मंगलराम ने सभी आचार्यों एवं छात्र-छात्राओं को योग अभ्यास कराया और योग से होने वाले लाभ बताए। उन्होंने कहा कि यदि प्रतिदिन योग किया जाए तो शरीर को निरोगी रख सकते हैं। विद्यालय के आचार्य लोकेंद्रदत्त अंथवाल ने कहा कि योग करने से शरीर तो स्वस्थ होता ही है। साथ ही मन भी स्वस्थ हो जाता है। जिससे हम अपने सभी कार्य सुचारू रूप से कर पाते हैं। योग करने से मन एकाग्र होता है और शरीर की इम्यूनिटी पावर बढ़ती है। इस अवसर पर प्रवीण कुमार,कमलसिंह रावत,अनुज कुमार,अमित कुमार,तिग्मांशु बडोनी,कुमारी राधिका शर्मा,नीलम पाल आदि उपस्थित रहे ।

स्वस्थ तन, स्वस्थ मन, स्वस्थ चिन्तन एवं स्वस्थ जीवन का आधार है योग-स्वामी रामदेव

हरिद्वार। योगगुरू स्वामी रामदेव एवं आचार्य बालकृष्ण के निर्देशन में पतंजलि वैलनेस,पतंजलि योगपीठ-2 स्थित योगभवन सभागार में 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ‘स्वयं और समाज के साथ यूनिवर्स के लिए योग’ विषय के साथ मनाया गया। इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि योग व योगमूलक इंटीग्रेटिड ट्रीटमेंट सिस्टम से साध्य-असाध्य रोगों को रिवर्स किया जा सकता है। योगा फॉर सेल्फ व सोसाइटी ही नहीं,योगा फॉर यूनिवर्स अर्थात युग के लिए योग है। पूरे विश्व का मॉडर्न मेडिकल सिस्टम व संसार की सरकारें जो नहीं कर पायी। वो सनातन धर्म मूलक योग से एक संन्यासी ने पतंजलि के माध्यम से करके दिखा दिया है। योग व योगमूलक इंटीग्रेटिड ट्रीटमेंट सिस्टम से असाध्य माने जाने वाले लिवर, किडनी,लंग्स,हार्ट आदि के रोगों को भी रिवर्स किया जा सकता है अर्थात रोगों को जड़ से खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि योग, प्राणायाम,सहज योग, एडवांस योग ,योगा इन डेली लाइफ के साथ जीवन को सार्थक बनाएँ। योग हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा और जीवन की सभी समास्याओं का समाधान है। योग आत्मानुशासन,आत्मदर्शन,आत्म उपचार तथा आत्म साक्षात्कार है। उद्योग,जीवन और जगत की सभी समस्याओं का समाधान योग में निहित है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में वैचारिक, राजनैतिक,आर्थिक संघर्ष व चुनौतियों का समाधान भी योगयुक्त जीवन ही है। यहाँ आज रीयल वर्ल्ड एविडेंस के रूप में सैकड़ों लोग उपस्थित हैं। जिन्हें कैंसर,लीवर सिरोसिस,हेपेटाइटिस,इंफर्टिलिटी,हार्ट ब्लॉकेज आदि असाध्य रोगों में लाभ मिला है। योगाभ्यास मात्र शारीरिक व्यायाम या आसन, प्राणायाम की विधियाँ मात्र नहीं है। अपितु जीवन दर्शन है। जिससे तन,मन,जीवन व जगत की सभी समस्याओं का समाधान संभव है। बदलते प्रदूषित पर्यावरण,दोषपूर्ण जीवनशैली,खानपान व तनाव से उपजे सभी लाईफ स्टाईल डिसऑर्डर बी.पी.,शुगर,मोटापा,अवसाद व क्षीण होती जीवनीय शक्ति का समग्र व स्थाई समाधान योग,आयुर्वेद व निसर्ग में ही सन्निहित है। योग से लाखों-करोड़ों लोग व्यसन मुक्त हुए हैं और उन्होंने योग से ही कम्प्लीट एसप्रेशन,कम्प्लीट बैलेंस,कम्प्लीट रीजुविनेशन,कम्प्लीट डिवाइन ट्रांसफोर्मेशन और डिवाइन लाइफ (दिव्य जीवन) को पाया है। विभिन्न शोध से यह प्रमाणित हुआ है कि योग स्वस्थ तन,स्वस्थ मन,स्वस्थ चिन्तन एवं स्वस्थ जीवन का आधार है। स्वामी रामदेव महाराज ने सभी योग साधकों का आह्वान करते हुए कहा कि मात्र एक दिन के लिए ही नहीं अपितु 365दिन के लिए नियमित योग का संकल्प लें। आचार्य बालकृष्ण महाराज ने कहा कि योग पूरे विश्व के लिए भारत का सर्वश्रेष्ठ वरदान है। उन्होंने कहा कि योग जीने और जीवन परिवर्तन की विधा है। हजारों भाई-बहनों ने क्लिनिकल ट्रायल में यह साबित किया है कि योग से असाध्य रोगों पर विजय पाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि दुनिया में रोगियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, इसका एकमात्र समाधान योग में निहित है। इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने यौगिक जॉगिंग,सूर्य नमस्कार के साथ अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका,भ्रामरी,कपालभाति,भुजंगासन,वृक्षासन,ताड़ासन,मंडुकासन, शलभासन, गौमुखासन,वज्रासन,ध्यान आदि का अभ्यास कराया। कार्यक्रम में पतंजलि योग समिति हरिद्वार व रुड़की के तत्वावधान में आसपास के लगभग 200 गावों के लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में पतंजलि महिला योग समिति की मुख्य केन्द्रीय प्रभारी साध्वी देवप्रिया,मुख्य केन्द्रीय प्रभारी राकेश‘भारत’ व स्वामी परमार्थदेव,क्रय समिति अध्यक्षा बहन अंशुल,संप्रेषण विभाग प्रमुख बहन पारूल ,पीआरआई के प्रमुख वैज्ञानिक डा.अनुराग वार्ष्णेय,मुख्य महाप्रबंधक (ट्रस्ट) ब्रिगेडियर टी.सी.मल्होत्रा,मानव संसाधन प्रमुख तरूण राजपूत,पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य प्रो.अनिल यादव,पतंजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल के उपाधीक्षक डा.अरूण पाण्डेय,स्वामी बजरंगदेव, स्वामी आर्षदेव,स्वामी ईशदेव सहित पंतजलि योगपीठ से सम्बद्ध समस्त इकाईयों के प्रमुख, अधिकारी,कर्मचारी व पतंजलि संन्यासाश्रम के सभी संन्यासी व संन्यासिनी उपस्थित रहे।

भारतीय ज्ञान की सर्वोच्च विरासत है योग साधना: डॉ चिन्मय पण्ड्या

भारत सहित अमेरिका, कनाडा, इंग्लैण्ड आदि देशों में शांतिकुंज के योगाचार्यों ने योग कराया

हरिद्वार। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में 10वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। योगाभ्यास कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ कार्यकर्त्ता शिवप्रसाद मिश्र,देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या आदि ने किया। इस अवसर पर गायत्री विद्यापीठ के विद्यार्थियों,देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के युवा,आचार्य, अधिकारियों सहित शांतिकुंज के अंतेवासी कार्यकर्त्ताओं को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार डॉ राम अवतार पाटीदार ने योगाभ्यास कराया। योग दिवस के मौके पर अपने संदेश में अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ.प्रणव पण्ड्या ने दैनिक जीवन में योग को अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि नियमित योगाभ्यास करने से तन,मन सुदृढ़ रहता है। इस अवसर पर युवा आइकॉन डॉ चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि मां गायत्री अजपा हैं, जो योगियों, संतों और साधकों को मोक्ष देती हैं। साधना का यह सर्वोच्च पथ है। भारतीय ज्ञान की सर्वोच्च विरासत योग साधना है। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व योग की गंगा में स्नान कर रहा है। इससे पूर्व संगीत विभाग के भाइयों ने सुमधुर गीतों से उपस्थित साधकों,योगाचार्यों के तन मन को योगाभ्यास हेतु मानसिक रूप से तैयार किया। शांतिकुंज मीडिया सेल के अनुसार देवसंस्कृति विश्वविद्यालय एवं शांतिकुंज परिवार के योगाचार्यों ने उत्तराखण्ड सहित कई राज्यों के सामूदायिक भवनों, गायत्री शक्तिपीठों,जोन संगठन कार्यालय,उपजोनों में योगाभ्यास कराया। अमेरिका में प्रो.विश्व प्रकाश त्रिपाठी,सुरेन्द्र वर्मा,इंग्लैण्ड में परमानंद द्विवेदी,डॉ शिवनारायण प्रसाद,दिलथीर यादव तथा कनाडा में प्रमोद भटनागर,ओंकार पाटीदार ने योगाभ्यास कराया। तो वहीं आस्ट्रेलिया, सिंगापुर,वियतनाम, रसिया,मॉरीशस, चीन,दक्षिण अफ्रीका आदि देशों में देसंविवि व शांतिकुंज से प्रशिक्षित योगाचार्यों ने अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार योगाभ्यास कराया।