एआई की होड़ मे वर्तमान परिदृश्य पर चिंता- डॉ.नितिन उपाध्याय
देहरादून: सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने सोमवार को राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यशाला में महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के वर्तमान दौर में भी मानवता की भावना को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। आज के इस तकनीकी प्रधान युग में हम सभी नागरिकों को अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा और मानवीय मूल्यों को सर्वोपरि रखना होगा।
पब्लिक रिलेशंस सोसायटी ऑफ़ इंडिया (पीआरएसआई) के देहरादून चैप्टर द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का विषय ‘जनसंपर्क में एआई: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका’ था। इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
कार्यशाला के मुख्य अतिथि, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने एआई तकनीक के तेजी से हो रहे विकास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस प्रगति के साथ, यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम मनुष्यता की भावना को हमेशा अपने हृदय में संजोए रखें। उन्होंने जोर देकर कहा कि एआई के युग में भी मानवता को बनाए रखना आवश्यक: बंशीधर तिवारी
सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. नितिन उपाध्याय ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि जब भी कोई नई तकनीक आती है, तो वह अपने साथ कुछ चुनौतियां लेकर आती है। हालांकि, इसके साथ ही नए अवसर और विकास की अपार संभावनाएं भी जन्म लेती हैं। उन्होंने वर्तमान परिदृश्य पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज हर तरफ एआई के उपयोग की होड़ लगी हुई है। ऐसे में, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किस सीमा तक और किस उद्देश्य के लिए किया जाए। उन्होंने तकनीक के विवेकपूर्ण और नैतिक उपयोग पर बल दिया।
वरिष्ठ पत्रकार अनुपम त्रिवेदी ने अपने संबोधन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के दोहरे पहलू पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विज्ञान हमें सुविधाएं प्रदान करता है, लेकिन इसके दुरुपयोग से समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। उन्होंने विशेष रूप से एआई के गलत उपयोग के कारण फैल रही फेक न्यूज़ (झूठी खबरों) की समस्या पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे सूचनाओं की सत्यता को ध्यान से परखें और अफवाहों से बचें।
बद्री केदार मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) योगेंद्र थपलियाल और आकाश शर्मा जैसे अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी कार्यशाला में अपने মূল্যবান विचार साझा किए। सभी वक्ताओं ने प्रौद्योगिकी के संतुलित और मानवीय उपयोग पर जोर दिया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन अनिल वर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारनिया, सचिव अनिल सती, कोषाध्यक्ष सुरेश चन्द्र भट्ट, सदस्य सुधाकर भट्ट, वैभव गोयल, राकेश डोभाल, अजय डबराल, दीपक शर्मा, प्रशांत रावत, ज्योति नेगी और प्रताप सिंह बिष्ट सहित कई सदस्य उपस्थित थे। सभी ने जनसंपर्क के क्षेत्र में एआई की भूमिका और इसके संभावित प्रभावों पर गहन चर्चा की।