झूठ के कारण बीजेपी को इस देश की जनता अब सत्ता में रखना नहीं चाहती- प्रमोद कृष्णन

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सन्त संत कल्कि पीठाधीश्वर स्वामी प्रमोद कृष्णम ने आज हिंदू और हिंदुत्व को लेकर चल रहे विवाद पर कहां की जो भाजपा में है वह हिंदू नहीं हो सकते और जो हिंदू हैं वे भाजपा में नहीं हो सकते हैं। क्योकि हिंदू होना प्रारब्ध का विषय है। प्रकृति और परमात्मा का विषय है लेकिन जिस तरीके से धर्म का राजनीतिकरण करके भाजपा ने कुर्सी हासिल की है ,भाजपा और उसके नेताओं को हिंदू धर्म का नाम अपने मुंह से लेना ही पाप है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा हरिद्वार में विजय संकल्प यात्रा के दौरान राहुल गांधी पर तंज कसने पर कहां की नड्ढा जी के नेतृत्व में भाजपा का इस देश में बहुत बड़ा गड्ढा खुद गया है और उस गड्ढे में पूरी भाजपा नड्डा जी के साथ गोता लगाएगी। उत्तर प्रदेश में उत्तराखंड में बुरी हालत बीजेपी की होने जा रही है। हरिद्वार के पावन तट पर जनता उत्तराखंड में भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है, उन्होंने कहा कि बीजेपी को इस देश की जनता अब सत्ता में रखना नहीं चाहती है क्योंकि इन्होंने जो झूठ भारत की जनता से बोला है। उन्होंने जो झूठ इस देश के नौजवानों से बोला है इन्होंने जो झूठ महिलाओं से बोला है। इन्होंने जो झूठ किसानों से बोला है और जिस तरह से धर्म का राजनीतिकरण करके धर्म को धंधे में परिवर्तित कर दिया है उसे इस देश की जनता इनसे नाराज है और अब देखना 2022 में भी भारतीय जनता पार्टी हारेगी और 2024 में ही भारत की संसद और सरकार में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। उन्होंने सत्ता का समर्थन करने वाले संतों पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हुए कहा कि जो गुलामी करें वह साधु नहीं हो सकता और जो साधु है वह सत्ता की गुलामी नहीं कर सकता है। जो नरेंद्र मोदी अमित शाह की गुलामी कर रहे हैं मैं उन्हें संत मानने को तैयार नहीं क्योंकि संत का सबसे बड़ा लक्ष्य सत्य को सरलता से सुगमता से सहर्ष स्वीकार करना जुल्म के खिलाफ आवाज उठाना। जिस तरीके से भगवान राम भगवान की मां गंगा गाय माता का नाम लेकर भारतीय जनता पार्टी ने धर्म का दुरुपयोग किया और उन संतो ने इस बात को उनके समक्ष रखने का साहस नहीं किया है तो मुझे लगता है कि उन्हें संत कहने का अधिकार नहीं है।